Chhapra Desk – सारण जिले के नगरा थाना क्षेत्र से दो संदिग्धों को एटीएस की टीम ने मंगलवार को हिरासत में लिया और पटना चली गयी, जिससे पूछताछ चल रही है. सूत्रों के अनुसार 14 फरवरी को दिल्ली को दहलाने की साजिश में शामिल आतंकवादियों से पूछताछ के बाद मिले सुराग के आधार पर बिहार एटीएस की टीम ने यह कार्रवाई की है. इस साजिश को एनआईए तथा जम्मू कश्मीर की पुलिस ने नाकाम किया था. इसके पहले 16 फरवरी को मढौरा थाना क्षेत्र के देव बहुआरा गांव के सेवानिवृत्त शिक्षक मोहम्मद महफूज अंसारी के पुत्र मोहम्मद जावेद अंसारी को गिरफ्तार किया गया था. इसके पहले जावेद अंसारी के भाई मोहम्मद मुस्ताक अंसारी को चंडीगढ़ से एनआईए के द्वारा गिरफ्तार किया गया था. एटीएस के द्वारा गिरफ्तार किए गए जावेद अंसारी को जम्मू कश्मीर पुलिस को सौंप दिया गया और जम्मू-कश्मीर पुलिस में मोहम्मद जावेद को जेल भेज चुकी है.
मंगलवार को नगरा से दो संदिग्धों को एटीएस के द्वारा उठाए जाने की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आतंकवादी संगठन जैश- ए – मोहम्मद से संबंध रखने वाले मोहम्मद जावेद तथा उसके भाई मोहम्मद मुश्ताक से पूछताछ के बाद दोनों को हिरासत में लिया गया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है. इस मामले में एटीएस के द्वारा पूरी गोपनीयता बरती जा रही है. स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन के द्वारा इस मामले में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार किया गया है.
धन्नू राजा की गिरफ्तारी से जुड़ा था लश्कर-ए-तैयबा से तार
पुलवामा की बरसी पर दिल्ली को दहलाने की साजिश में आतंकी जावेद की संलिप्तता उजागर होने के बाद सारण फिर तीसरी बार चर्चा में आया है. इस जिले का तार पहले से ही लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा रहा है. जिले के नगरा थाना क्षेत्र के अफौर गांव निवासी बेदार बख्त उर्फ धन्नू राजा एनआईए ने 3 फरवरी 2017 को गिरफ्तार की थी. उसकी गिरफ्तारी गोपालगंज जिले के जादोपुर चौक स्थित उसके मामा के घर से की गई थी. बेदार बख्त को एनआईए ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एजेंट के रूप में की थी, जिसको लेकर लंबे समय तक छपरा और गोपालगंज में एनआईए के द्वारा जांच की जाती रही. फिर 4 वर्ष के बाद नगरा प्रखंड के सटे मढौरा थाना क्षेत्र के देव बहुआरा गांव के जावेद की गिरफ्तारी से एक बार फिर जिले के लोग आश्चर्यचकित है. जावेद के द्वारा हथियार की सप्लाई आतंकी संगठन को किए जाने की बात सामने आई है. जावेद से जुड़े कई व्यक्तियों को सुरक्षा एजेंसियों ने निशाने पर लिया.