Chhapra Desk- छपरा के जेल सुपरिटेंडेंट रामाधार सिंह पर आय से अधिक संपत्ति मामले में निगरानी विभाग की टीम ने एक साथ उनके छपरा स्थित सरकारी आवास के साथ पटना एवं गया के भी ठिकानों पर भी छापेमारी की. छापेमारी के दौरान जेल सुपरिटेंडेंट के द्वारा सरकारी पद का दुरुपयोग कर करीब तीन करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. हालांकि समाचार प्रेषण तक छापेमारी अभियान जारी था. इस मामले में छपरा जेल सुपरिटेंडेंट के सरकारी आवास पर छापेमारी टीम का नेतृत्व कर रहे पटना निगरानी विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार महुआर ने बताया कि छापेमारी के दौरान उनके छपरा स्थित सरकारी आवास से 1.25 करोड़ के दस्तावेज, 5.5 लाख रुपये नकद, 28 लाख रुपए मूल्य के आभूषण एवं 70 हजार के निवेश के कागजात बरामद किए गए हैं. वही पटना एवं गया स्थित उनके ठिकानों से 1.21 करोड़ रुपए मूल्य के संपत्ति का खुलासा हुआ है. पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि अभी जांच जारी है उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्ति का पूर्ण रूप से खुलासा जांच समापन के बाद ही हो सकेगा. इस प्रकार देर शाम तक चली जांच में करीब तीन करोड़ रुपए के अकूत संपत्ति को जब्त किया जा सका था. जबकि छापेमारी जारी है.
विदित हो कि विगत दिन गुरुवार को जेल सुपरिटेंडेंट के खिलाफ पटना में आय से अधिक संपत्ति का केस कांड संख्या 55/2021 दर्ज किया गया था. जांच के क्रम में पाया गया कि वह भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं और इस बात के ठोस सबूत निगरानी विभाग को मिले थे. जिसके बाद निगरानी की टीम ने एक साथ उनके तीन ठिकानों छपरा सरकारी आवास, पटना और गया में कार्रवाई को शुरू किया. डीएसपी सुरेंद्र कुमार महुआर की अगुवाई में एक टीम छपरा में जेल सुपरिटेंडेंट रामाधार सिंह के सरकारी घर और ऑफिस को खंगाल रही है. जबकि, दूसरी टीम पटना में जक्कनपुर थाना के तहत पुरन्दुपुर इलाके के अपार्टमेंट में स्थित फ्लैट और तीसरी टीम गया जिले में स्थित पुश्तैनी घर को खंगाल रही है. यहां बता दें कि जेल सुपरिटेंडेंट के ऊपर काफी शिकायतें थीं. उनके काले कारनामों के बारे में एक के बाद एक कई शिकायत मिलने पर निगरानी की टीम एक्टिव हो गई थी. जिसके बाद इंटरनल तरीके से जांच हुई और उस बारे में ठोस सबूत जुटाए गए.