Chhapra Desk – आरएसए का एक प्रतिनिधिमंडल छात्र-छात्राओं के समस्या को लेकर विश्वविद्यालय गए थे, लेकिन कोई भी पदाधिकारी विश्वविद्यालय कैंपस में मौजूद नहीं था. जिसके कारण नाराज कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मेन गेट पर प्रदर्शन किया. मालूम हो कि पीजीआरसी के बैठक हुए लगभग 2 महीना से अधिक होने जा रहा है, लेकिन अभी तक विभाग में पीजीआरसी का पत्र नहीं भेजा गया है. जिसके कारण शोध कर रहे छात्र-छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई शोध छात्र -छात्राओं को अपना शोध ग्रंथ जमा करना है.
पीजी आरसी का पत्र नहीं मिलने के कारण अपना शोध ग्रंथ जमा नहीं कर पा रहे हैं. बहुत से शोध छात्रों का गाइड चेंज करना था उसका भी पत्र नहीं मिला. हालांकि पूरी तरह से शोध कार्य जयप्रकाश विश्वविद्यालय में बाधित हो चुका है और विश्वविद्यालय प्रशासन एवं लूट तंत्र में लगा हुआ है. वही स्नातक प्रथम खंड नामांकन में सीट बढ़ोतरी हुआ है. राज्य सरकार के द्वारा लेकिन अभी तक उस सीटों पर नामांकन के लिए मेघा सूची का प्रकाशन नहीं हुआ है. हजारों छात्र अभी भी सड़क पर नामांकन के लिए भटक रहे हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन कान में तेल डालकर सो रहा है. इसे आर एस ए बर्दाश्त नहीं करेगी.
विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द बचे हुए सीटों पर नामांकन के लिए अधिसूचना जारी करें. स्नातक में साथ ही पी जीआरसी का पत्र 1 सप्ताह के अंदर शोध छात्र- छात्राओं को उपलब्ध करवा दें अन्यथा उग्र आंदोलन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन तैयार रहें. इस अवसर पर प्रमुख रूप से आर एस ए के सहसंयोजक विकाश सिंह सेंगर, सचिन कुमार, विजय कुमार, अंकुर कुमार, सोनू सिंह, रामाकांत सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल थे..