Chhapra Desk – जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकूट के अष्टावक्र सभागार में थावे विद्यापीठ के राष्ट्रीय अधिवेशन में सहयोग आन्दोलन के सूत्रधार, शिक्षाविद् सह समाजसेवी डॉ अशोक वर्मा को सामाजिक सेवा में विशिष्ट योगदान हेतु डाॅक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया. लाखों ग्रामीण छात्र छात्राओं का उत्साहवर्धन व मार्गदर्शन कर उनके जीवन को संवारने व उन्हे आगे बढ़ने हेतु प्रेरित करने प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ अशोक वर्मा ग्राम सिपार, सिवान के रहने वाले है. विगत कई वर्षों से बिहार को देश का पहला भिखारी रहित माॅडल राज्य बनाने हेतु डॉ वर्मा प्रयासरत है.
उनका सपना है कि देश में कोई भी कहीं भी किसी भी कारण से भीख न मांगे और इस सपना को साकार करने के लिए वे संकल्पित है.डाॅक्टरेट मानद उपाधि से सम्मानित होने के बाद डॉ वर्मा ने कहा है कि विद्यापीठ ने समाज सेवा की हमारी जिम्मेदारी और बढ़ा दी है और हम इसके लिए संकल्पित है. उनहोंने समाज के लोगों से आग्रह किया है कि वे भी अपने हिस्से की सामाजिक जिम्मेदारी निभावें.