Chhapra Desk- गया जिले भर में फ्रंटलाइन वर्करों के बूस्टर डोज़ दिए जाने के साथ ही 15 वर्ष से ऊपर के युवाओं का कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है. इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को कोरोना के खतरों से बचाव के लिए उनके मन के संकोच को दूर करते हुए कोविड टीकाकरण किया जा रहा है. ऐसे में महिलाओं को कोविड टीकाकरण जरूर कराना चाहिए ताकि उनके गर्भस्थ बच्चे पर कोविड का असर ना पड़े.
ठंड से बचने के साथ विशेष ध्यान रखें गर्भवती महिलाएं
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ तैजस्वी नंदन ने बताया कि वर्तमान समय में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. जिसका गर्भवती महिलाओं व उसके गर्भस्थ बच्चे पर भी खतरा है. इससे बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को ऊनी वस्त्र, गर्म पानी, के साथ सभी आवश्यक दवाओँ का सेवन करना चाहिए. वहीं वर्तमान समय में कोरोना की तीसरी लहर शुरू है ऐसे में संक्रमण से बचने के लिए गर्भवती महिला को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए. ऐसे माहौल में उन्हें अपने घरों से बिना आवश्यक कार्यों के नहीं निकलना चाहिए.
घर मे सुरक्षित रहें व सन्तुलित आहार का करें सेवन
डॉ तेजस्वी नंदन ने बताया कि अपने खान-पान को लेकर अपनी दिनचर्या में भी बदलाव लाना होगा और ज्यादा तेल मसालों का सेवन न करें. मौसमी फल, हरे सब्जियों, दूध व प्रोटीन युक्त आहार व आयरन, कैल्सियम की गोलियों का सेवन करें.
समय पर आवश्यक जांच के साथ टीकाकरण जरूरी
महिला चिकित्सक ने बताया कि बीपी,हीमोग्लोबिन, सुगर, वजन, एचआईवी, थायरॉइड आदि की जाँच व सभी आवश्यक टीकाकरण भी जरूरी है. कोरोना टीका से उनके बच्चे को भी फायदा होगा क्योंकि गर्भस्थ बच्चे को मां से ही सभी तरह के स्रोत प्राप्त होते हैं. इसलिए अगर मां कोरोना का टीका लेंगी तो गर्भस्थ बच्चे को भी फायदा होगा. इससे बच्चे की भी रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी. इसलिए गर्भवती महिलाएं कोरोना का टीका लेने में संकोच नहीं करें एवं जल्द से जल्द अपना टीकाकरण करवाएं.