Chhapra Desk- बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक के विरोध में दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकों के साथ निजी बैंक कर्मियों ने भी तालाबंदी कर प्रदर्शन किया. बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों के करीब 98% प्रतिनिधित्व करने वाले यूनाइटिड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर जिले के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको सहित ग्रामीण बैंक में भी कामकाज पूर्णतः ठप रहा. हड़ताली बैंककर्मी प्रदर्शन कर आई सी आई सी आई, एचडीएफसी, एक्सीस, इन्डसलैंड सहित आईडीबीआई को भी बंद करा दिया. सभी बैंक कर्मी संसद में निजीकरण संबंधी जन विरोधी बिल नहीं लाने सहित सभी पी एस यू के निजीकरण का भी विरोध कर रहे थे.
प्रदर्शन का नेतृत्व पीएनबी ईम्पलाई यूनियन के उप महासचिव मनोज कुमार सिंह, बिहार स्टेट सेन्ट्रल बैक आफिसर एसोसिएसन के सहायक महासचिव जयशंकर प्रसाद, आल इंडिया बैक आफिसर एसोसिएसन के जिला महासचिव एस एन पाठक, एस बी आई आफिसर एसोसिएसन के राज कुमार मिश्रा, एसबीआई स्टाफ एसोसिएसन के पंकज शर्मा, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक आफिसर एसोसिएसन के राहुल सहित गणेश सिंह, संजीत कुमार मिश्र, मो अब्बास, आर आर प्रदीप, शशिभूषण, बिकास कु मिश्रा, अरूण कुमार, सारिका सुरभि, सोनालाल साह, आलोक कुमार, अमर कुमार, रागिनी कुमारी, बैद्यनाथ प्रसाद, प्रिय रंजन, सुमीत कुमार अमीत ओझा, मनोज कुमार राय, भुवनेश्वर सिंह, प्रसून प्रभास, परमहंश पाण्डेय, राहुल राणा, भरत प्रसाद, प्रमोद कुमार, उज्जवल कुमार, सत्य प्रकाश, चुनी लाल, बब्लू साह, ओम प्रकाश, दशयीलाल भक्त, हरे राम ठाकुर, सौरभ, ज्योतिष पाण्डेय, तारकेश्वर सिंह, यशबर्धन जैन, राजेश सिंह सहित ऐटक के जिला सचिव अजय सिंह उपस्थित रहे.
बैंक कर्मियों ने बताया कि सरकार जन विरोधी कदम वापस नहीं लेती है तो और भी संगठनों संस्थाओं के साथ मिलकर हम आगे भी हड़ताल जारी रखा जाएगा.