छपरा में जहरीली शराब से मौत पर गृह सचिव ने सर्किट हाउस में की विशेष बैठक ; मद्य निषेध के विभाग के आईजी एवं एडीजी भी हुए शामिल

Chhapra Desk-  छपरा जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 संदिग्ध मौतों के बाद नीतीश सरकार की किरकिरी होने लगी है. जिसको देखते हुए गृह विभाग के सचिव के सेंथिल, मद्य निषेध विभाग के आईजी अमृत राज एवं एडीजी संजय कुमार सिंह छपरा पहुंचे. जहां, उनके द्वारा छपरा सर्किट हाउस में जिले के सभी वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई. बैठक में मुख्य रूप से जहरीली शराब का मुद्दा छाया रहा. इस दौरान जिला प्रशासन के द्वारा बताया गया कि जिले में अब तक 14 संदिग्ध मौतें हुई है. कुछ परिजनों की शिकायत पर शवों का पोस्टमार्टम छपरा सदर अस्पताल में कराया गया है. जिसका रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं है. वही शराब पीने से 2 लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है. जिसमें अंजय कुमार नामक एक मजदूर का उपचार छपरा सदर अस्पताल में चल रहा है. इस दौरान मैराथन बैठक के बाद सारणी एसपी संतोष कुमार ने बताया कि जहरीली शराब विषय पर चर्चा हुई है. इस दौरान उनके द्वारा बताया कि जिले में 14 संदिग्ध मौतें हुई है. जिसमें 9 लोगों की मौत ठंड या किसी न किसी बीमारी से हुई है. जबकि पांच मौतें जहरीली शराब पीने से होने का प्रतीत हो रहा है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसे स्पष्ट किया जा सकेगा. वहीं सिविल सर्जन डॉ सागर सुलाल सिन्हा ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा संदिग्ध मौत के मामले में उन शवों का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड के द्वारा कराया गया है. जिसके बाद उन शवों का बिसरा एफएसएल मुजफ्फरपुर भेजा गया है. जहां से रिपोर्ट आने के बाद ही उन संदिग्ध मौतों से पर्दा उठ सकेगा.

वहीं मद्य निषेध विभाग के एडीजी संजय कुमार सिंह ने बताया कि जिले में 14 से संदिग्ध मौतें हुई है. जिसमें 4 शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है. ऐसा मामला सामने आया है कि उनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. वहीं उनके द्वारा उक्त मामले की जांच की जा रही है. मौके पर सारण प्रक्षेत्र डीआईजी रविंद्र कुमार, जिलाधिकारी राजेश मीणा, एडीएम डॉक्टर गगन कुमार, डीडीसी अमित कुमार, सदर एसडीओ अरुण कुमार के साथ सिविल सर्जन डॉक्टर सागर दुलाल सिन्हा एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

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