CHHAPRA DESK – “सैंया भए मांझी कोतवाल अब डर काहे का” कुछ ऐसा ही सोंच रहे अफजल गुरु, शमशेर अली व रियाज अंसारी. बता दें कि सारण जिले के मांझी में हथियार लहराने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. विगत एक पखवारे के अंदर अब तक ऐसे 3 मामले सामने आ चुके हैं. पहले मामले में मांझी थाना अध्यक्ष मोहम्मद जकरिया के द्वारा अफजल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना अब पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका है.
शिक्षक दिवस पांच सितंबर को मांझी के माली टोला निवासी व शिक्षक अफजल गुरु द्वारा कट्टा से केक काटे जाने के एक सप्ताह बाद 12 सितंबर को मांझी थाना क्षेत्र के कलान बाजार पर मो हुसैन के पुत्र शमशेर अली द्वारा कट्टा लहराकर लोगों को सरेआम धमकाया गया. हालांकि सोशल मीडिया पर बढ़ते दवाव के कारण पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लेकिन पुनः एक सप्ताह के भीतर हथियार लहराकर अपनी धाक जमाने का यह तीसरा वीडियो भजौना नचाप पंचायत के महुई गांव से वायरल हुआ है.
जहां सिराजुद्दीन अंसारी का पुत्र रियाज अंसारी अपने साथियों संग हथियार लहराकर नृत्यांगना के डांस का लुत्फ उठा रहा है. तीनो मामलों में एक खास समुदाय के युवक का ही वीडियो सामने आया है. जिससे यह कहावत चरितार्थ होते नजर आ रही है कि सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का.