CHHAPRA DESK – बीते दिन छपरा जिले के रिविलगंज थाना अंतर्गत बाजार पर जेपी ज्वेलर्स संचालक जयप्रकाश की जिस तरह बंद घर के अंदर निर्मम तरीके से हत्या की गई उससे हत्या की गुत्थी थोड़ी उलझती नजर आ रही है. हालांकि जांच के लिए सारण एसपी डॉ गौरव मंगला एवं पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे थे जिसके बाद हत्या की गुत्थी सुलझाने में डॉग स्क्वाड और फॉरेंसिक लैब की मदद ली जा रही है. लेकिन जिस तरह हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है उससे शक की सुई अवैध संबंध की तरफ जा रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि अवैध संबंध को लेकर उनकी हत्या की गई है.
संदेहास्पद स्थिति में मिला था शव
जयप्रकाश का शव संदेहास्पद स्थिति में घर के ग्राउंड फ्लोर स्थित किचन के बगल से मिला था. जबकि उनका बेडरूम प्रथम माले पर है. और खून के धब्बे छत से लेकर सीढ़ी होते हुए नीचे तक आए हैं. जिससे यह साबित हो रहा है कि उनके ऊपर चाकू से पहला बार छत पर ही किया गया होगा. जिसके बाद वह सीढी के रास्ते घर में भागे होंगे और हत्यारे उनके पीछे-पीछे दौड़ कर नीचे तक आए होंगे और गले में चाकू गोद -गोद कर हत्या की होगी.
क्योंकि उनके गले में 5 से 6 जगहों पर चाकू से गोदा गया था. घर की दीवारों एवं सीढी पर उनके संघर्ष के निशान भी खून के धब्बे के रूप में मौजूद थे. जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह हत्यारों से जूझते रहे हैं. बता दें कि उनका शव अर्द्धनग्न अवस्था में था, यानि हत्या के समय उनके शरीर पर सिर्फ जांघिया मात्र था. घर के सभी सामान यथावत पर हुए थे. जबकि उनका मोबाइल और घर के मुख्य दरवाजे का चाबी गायब पाया गया है.
ऐसी स्थिति में कई सवाल उठ रहे हैं कि हत्यारे कैसे आए और कैसे गए? रात के सन्नाटे में पड़ोसियों को उनको चीखने-चिल्लाने की आवाज कैसे नहीं सुनाई पड़ी? किन परिस्थितियों में उनकी हत्या की गई? वह जांघिया पहनकर छत पर कैसे गए थे? इन सभी सवालों का जवाब फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट और उनके मोबाइल के कॉल डिटेल से ही पता चलेगी. जिस पर सारण एसआईटी काम कर रही है. वहीं परिजन किंकर्तव्यविमूढ़ हैं.