CHHAPRA DESK – जिले के समय की बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाने के रैकेट का खुलासा हुआ है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक व्यक्ति अपना जन्म प्रमाण पत्र बनवाए जाने के बाद मुहर लगवाने के लिए छपरा सदर अस्पताल पहुंचा. हलचल- तब उसे पता चला कि यह पूरी तरह फर्जीवाड़ा है. खास बात यह है कि यह फर्जी जन्म प्रमाण पत्र भी सरकार के बीएसएनएल काउंटर पर फर्जी तरीके से बनाया जा रहा था.
फिलहाल तो इस रैकेट में पुलिस ने जिले के मकेर थाना अंतर्गत बाड़ी चेक निवासी अब्दुल हसन के पुत्र शहजाद आलम को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि उसके दो साथी अमनौर थाना क्षेत्र निवासी अशरफ अंसारी और नवाज शरीफ फरार बताए जा रहे हैं,हलचल- जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. तीनों जालसाज एढ़क बेसिस पर बीएसएनएल कार्यालय में काम करते थे.
₹300 में सरकारी जन्म प्रमाणपत्र का होता था डील
तीनों युवक फर्जी तरीके से बीएसएनएल काउंटर पर कंप्यूटर से छपरा सदर अस्पताल का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाते थे, जिस पर बिहार सरकार का लोगो भी होता था. हलचल- जबकि छपरा सदर अस्पताल के द्वारा उसी का जन्म प्रमाण पत्र बनाया जाता है जिसका जन्म छपरा सदर अस्पताल में हुआ है.
इसके लिए तीनों युवक प्रति जन्म प्रमाण पत्र के लिए ₹300 चार्ज करते थे. हलचल- इस गोरखधंधे में उनके द्वारा प्रतिदिन 10 से 15 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाया जाता था. यानि प्रतिमाह उनकी करीब ₹1 लाख की कमाई होती थी.