CHHAPRA DESK – सारण पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार के द्वारा समाहरणालय सभागार में क्राइम मीटिंग किया गया. जिसमें सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी / अंचल पुलिस निरीक्षक एवं सभी थानाध्यक्ष, प्रभारी अपराध शाखा गोपनीय प्रवाचक, प्रभारी हिन्दी शाखा सहित सभी शाखा प्रभारी सम्मिलित हुए. अपराध गोष्ठी के दौरान उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा नवरात्रा रावण वध एवं मूर्ति विसर्जन सभी शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ. इसके लिए सारण जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी प्रशंसा के पात्र हैं.
उन्होंने कहा कि सभी थानाध्यक्ष, ओपी प्रभारी, अंचल पुलिस निरीक्षक, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आगामी दीपावली एवं छठ महापर्व के अवसर पर संवेदनशील व अतिसंवेदनशील स्थलों के साथ-साथ छठ घाट को चिन्हित कर स्वयं भौतिक रूप से भ्रमणशील रहकर विधि-व्यवस्था संधारण एवं शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न कराने तथा असमाजिक तत्वों को चिन्हित कर नियमानुसार कार्रवाई करें. आगामी दीपावली एवं छठ महापर्व के अवसर पर अवैध रूप पटाखों के भण्डारणकर्ताओं / निर्माणकर्ताओं / विक्रेताओं के विरुद्ध विशेष समकालीन अभियान चलाकर विधिसम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया. साथ ही सभी थानाध्यक्ष को गस्ती वाहन वाहन चेकिंग के दौरान रोको- टोको- फोटो अभियान के तहत ट्रिपल लोडिंग नवयुवको / संदेहास्पद तेज रफ्तार बाइकर्स आदि की चेकिंग करने का निर्देश दिया गया.
वहीं वाहन चेकिंग के दौरान वृद्ध व्यक्ति, महिला, आवश्यक कार्य हेतु यथा टिकट/ हवाई जहाज टिकट के साथ एवं अस्पताल जा रहे व्यक्तियों को समय का ध्यान रखते हुए अनावश्यक रूप से ना रोकने तथा इस दौरान किसी को संदेहास्पद पाये जाने पर उसकी अच्छी तरह चेकिंग करने का निर्देश दिया गया. वहीं अपराध नियंत्रण हेतु पूर्व के अपराधियों पर निगरानी रखने, प्रभावी गस्ती करने एवं वांछितों की गिरफतारी अभियान चलाकर करने का निर्देश दिया गया. साथ ही सार्वजनिक जगहों पर फायरिंग, हथियार लहराने आदि घटनाओं पर पूर्ण रोक लगाने हेतु ऐसे मामले संज्ञान में आने पर कठोर कार्रवाई त्वरित गति से करने हेतु निर्देशित किया गया.
वहीं सभी थानाध्यक्ष / अंचल पुलिस निरीक्षक/ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सारण को सीमावर्ती जिला के यानाच्या समकक्ष से समन्वय स्थापित कर जेल से छूटे हुए अपराधियों के विरुद्ध सतत् निगरानी रखने एवं अन्य अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने तथा जेल से छूटे महत्वपूर्ण कांडो के अपराधकर्मियों पर निगरानी रखने एवं प्रत्येक सप्ताह वाने में उनकी हाजरी लगाने एवं थाना से निकलने वाली गस्ती दल के पदाधिकारी को अपने की रखने हेतु निर्देशित किया गया.