CHHAPRA DESK – बिहार अध्यापक नियमावली 2023 के विरोध में शिक्षकों का हड़ताल 5वें दिन में छपरा शहर के नगरपालिका चौक पर जारी रहा. बिहार सरकार को आड़े हाथों लेते हुए शिक्षकों ने बताया कि सरकार निरंकुश हो गई है. अगर सरकार नहीं चेती तो आगामी लोकसभा चुनाव में इनका सफाया तय है. बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के निर्देशानुसार छपरा शहर स्थित नगर पालिका चौक पर धरना पर बैठे जलालपुर, मढौरा एवं रिविलगंज प्रखंड के सैकड़ों शिक्षकों ने रोषपूर्ण प्रदर्शन करते हुए कहा कि यह सरकार वादा करके मुकर जाने वाली सरकार है.
पूर्व सदर अनुमंडल सचिव सुजीत कुमार ने संबोधन में बताया कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के द्वारा त्रिस्तरीय लड़ी जा रही है. पहली लड़ाई न्यायालय के माध्यम से, दूसरी लड़ाई सड़क पर और तीसरी विधायक के आवास पर घेरा डालो डेरा डालो अभियान के तहत लड़ाई सदन तक लड़ने का आह्वान बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के द्वारा किया गया है. सरकार के समर्थित लगभग 80 विधायक शिक्षकों के साथ धरना कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं.
इससे निश्चित रूप से सरकार डरी हुई है. ऐसे ही चट्टानी एकता रही तो निश्चित रूप से चाचा भतीजे की सरकार हमारी मांगों के समर्थन में घुटने टेक देगी. आने वाले समय में कहीं यह शिक्षक हमें सत्ता से बेदखल न कर दें, इससे सरकार के कुछ लोग डरे हुए हैं और शिक्षकों के साथ कदम से कदम मिलाकर अपनी बातों को समाज में रख रहे हैं. श्री कुमार ने बताया कि आने वाले समय में निश्चित रूप से इस लड़ाई का अंजाम अच्छा होगा.
नियोजित शिक्षक 17 वर्षों से सरकार को सेवा दे रहे हैं उन्हें राज्य कर्मी के दर्जा के लिए बार बार परीक्षा देना पड़े यह अनुचित है. लेकिन सरकार समय-समय पर तुगलकी फरमान जारी कर शिक्षकों को शोषित करने का कार्य कर रही है, जो सरकार के सेहत के लिए अच्छी नहीं है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला सचिव विद्यासागर विद्यार्थी, जिला अध्यक्ष विनोद यादव, अनुमंडल सचिव शिवजी राय, शिक्षक नेता सुजीत कुमार, कुमार अरनज, मनोज तिवारी, मणिकांत तिवारी, विष्णु कुमार, अवधेश यादव, नागेंद्र राय,
राजेश कुमार, डॉ धर्मेंद्र सिंह, राजेश प्रजापति, मुकेश कुमार सिंह, अनिल कुमार, संजय कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, माला पाल, अरुण कुमार, अभिषेक कुमार, सुनील कुमार, निश्चय सिंह, पुनीत सिंह, शशीकांत, सरोज कुमार वर्मा, बलवंत सिंह, अरविंद यादव, मनोज कुमार, मिथिलेश कुमार मांझी, पूनम कुमारी, मिथिलेश कुमार, दिलीप कुमार, खैरूद्दीन अंसारी, सुनील कुमार सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे.