Chhapra Desk – क्रिमनलाइजेसन, करप्शन व कम्युनिलिज्म पर बहस से भाग रही सरकार के रवैया के खिलाफ राज्य नेतृत्व के अह्वान पर सारण भाकपा (माले) के कार्यकर्ताओं ने विरोध दिवश मनाया.विरोध जुलुस नगरपालिका चौक से शुरू होकर शहर के विभिन्न चौक से होते हुए पुनः नगरपालिका चौक पहुंचा और सभा मे तबदील हो गया. सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा (माले) जिला सचिव सभापति राय ने कहा कि विधान सभा के अंदर लोकतंत्र शर्मसार हुआ है. बिहार विधान सभा को राज्य में गिरती कानून व्यवस्था के सवाल गंभीरता से दिखलानी चाहिए थी. लेकिन उन्होने तानाशाही का रवैया अपनाया. उनका इस तरह का आचरण बार-बार देखा जा रहा है. विदित हो कि भाकपा (माले) विद्यायक दल ने 31 मार्च को विधान सभा मे राज्य मे गिरती कानून व्यवस्था मॉबलिंचिंग, दलितों, अतिपिछडो पर हमले आदि विषय पर प्रस्ताव लाया था लेकिन भाजपा विधान सभा अध्यक्षों ने उन विद्यायको को अपमानित किया. विधायको को जबर्दस्ती उठवाकर बाहर भेजवा दिया. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. सरकार के इस रूख के खिलाफ भाकपा (माले) जानता को गोलबंद करेगी और जनविरोधी, लोकतंत्र विरोधी सरकार को उखाड फेकने का आह्वान करेगी. सभा को सम्बोधित करने वालो में जिला कमिटी सदस्य विजेन्द्र मिश्र, जिवनन्दन राम, अनुज दास, दिपांकर कुमार, नागेन्द्र प्रसाद, देवकली देवी, ललीता देवी आदि शामिल रहे.