CHHAPRA DESK – छपरा जिले के सिंगही गांव स्थित महर्षि सदाफल देव आश्रम में स्वर्वेद महामंदिर निर्माण संकल्प यात्रा कार्यक्रम के तहत पधारे संत प्रवर विज्ञान देवजी महाराज द्वारा एक दिवसीय सत्संग सुधा का आयोजन किया गया. ब्रह्म ज्ञान के उपासक एवं साधक विहंगम योग संस्थान वाराणसी के तत्वावधान में आयोजित सत्संग का दीप प्रज्वलन के साथ शुभारंभ किया गया. सत्संग के कार्यक्रम में दूर दूर से आए हजारों विहंगम योग के भक्तजनों ने महाराज के संगीतमय प्रवचन को सुना और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया. प्रवचन के क्रम में संत विज्ञान देव महाराज ने कहा कि मानव जीवन ईश्वर प्रदत्त अनमोल उपहार है. महान प्रसाद है एवं अनन्त आनन्द का श्रोत है. इसे खाने, सोने एवं स्वार्थ पूर्ति में ही नष्ट नहीं करना चाहिए. हमारा मानव जीवन सेवा, ज्ञान और मोक्ष की अनंत यात्रा है. इसका उद्देश्य आत्मा से परमात्मा की प्राप्ति, लौकिक से अलौकिक की खोज तथा नश्वर से अमरता की संकल्प सिद्धि की साधना है. उन्होंने कहा कि सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की परिकल्पना को सारे विश्व में साकार किया जा सकता है. ब्रह्मा विद्या की प्राप्ति के पश्चात ही मानव अपने जीवन को धन्य बना सकता है तथा साधना पथ पर चलते हुए स्वेच्छा से मोक्ष प्राप्त कर सकता है. उन्होंने कहा कि विहंगम योग को समर्पित स्वर्वेद महामंदिर धाम परिसर में सद्गुरु सदाफल देव महाराज की 135 फुट से भी ऊंची प्रतिमा का निर्माण वाराणसी में होने जा रहा है. जिसके लिए संकल्प पत्र भरा जा रहा है. जो भी श्रद्धालु जन इसमें अपना अंशदान देना चाह रहे हैं, खुशी-खुशी दे सकते हैं. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में वीरेंद्र साह मुखिया, उमाशंकर सिंह, महात्मा महतो, राजकिशोर सिंह, उदय शंकर शाह, कृष्ण मोहन प्रसाद, रवि महतो, शशिकांत मिश्रा, चंद्रभूषण प्रताप राजू, रामबाबू प्रसाद शिक्षक, बैजू राय व्यास, प्रदीप कुमार, भुनेश्वर ठाकुर, मंटू राय, झगरू साह, जनार्दन राय, राजेंद्र प्रसाद राय, अखिल तिवारी, ब्रह्मानंद सिंह, भुनेश्वर सिंह, इंदर शर्मा, शशि भूषण मिश्रा, गणेशजी, अरुण कुमार श्रीवास्तव, जीत बहादुर सिंह ,बलराम दास अग्रवाल, ओम नारायण महतो, डॉ हरिओम प्रसाद, दीनानाथ प्रसाद, आर एन साह, छठी लाल प्रसाद, विद्यासागर विद्यार्थी, जयचंद प्रसाद, कन्हैया कुमार आदि का प्रयास प्रशंसनीय रहा.