Chhapra Desk – छपरा जिले के ग्रामीण एवं दूर-दराज के क्षेत्रों के व्यक्तियों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं. इस हेतु राज्य में ई-संजीवनी के माध्यम से टेलीमेडिसीन से चिकित्सीय परामर्श प्रदान किया जा रहा है. इस कार्य के विस्तार एवं ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ई-संजीवनी के माध्यम से सभी वीएचएसएनडी सत्र पर पहले से दी जाने वाली सेवाओं के अतिरिक्त चिकित्सीय परामर्श की सुविधा प्रदान करायी जानी है. स्वास्थ्यकर्मियों का प्रशिक्षण एवं उसके बाद सभी इंतजाम कर 18 फ़रवरी को वीएचएसएनडी सत्रों पर टेलीमेडिसीन कंसल्टेशन का शुभारंभ किया जाना है. 18 तारीख को प्रत्येक वीएचएसएनडी सत्रों पर कम से कम एक लाभार्थी का टेलीकंसल्टेंसी कराना सुनिश्चित करना है. जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी एवं ए.एन.एम/ जी.एन.एम./ नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रत्येक प्रखंड स्तर पर पहले से प्रशिक्षित एवं कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारी को चिकित्सा पदाधिकारी- आउटरीच नामित किया जाना है जो चिकित्सीय परामर्श के अलावा कार्यक्रम के मूल्यांकन एवं पर्येवेक्षण का भी काम करेंगे.
सेवा देने के लिए पूरी तरह से हैं तैयार
गड़खा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ पंकज आर्यन ने बताया कि ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन की सेवा पहले से हीं मरीजों को दी जा रही है. अब आरोग्य दिवस पर यह सेवा दी जायेगी. इसके लिए हम सभी पूरी तरह से तैयाार हैं। इसके लिए हमलोगों को प्रशिक्षण भी मिला। जिसमें कई महत्वपूर्ण बातें बतायी गयी हैं. ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय परामर्श दी जा सके. वीएचएसएनडी सत्रों पर टेलीमेडिसीन से चिकित्सीय परामर्श के दौरान हाई रिस्क केसेस जैसे गर्भवती महिलाएं, अतिकुपोषित बच्चों आदि के लिए रेफ़रल सुविधा उपलब्ध करना है. स्वास्थ्य संस्थानों में रेफर किये गए रोगी के स्वास्थ्य की अद्यतन स्थिति को प्राप्त किया जाना है. आवश्यकतानुसार पैथोलॉजिकल सुविधाएँ, एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध करानी है. साथ ही ग्रीन चैनल सुविधा अंतर्गत कूरियर सेवा द्वारा आवश्यकतानुसार टेस्ट किट एवं दवाओं की उपलब्धता वीएचएसएनडी सत्रों पर सुनिश्चित करानी है.