CHHAPRA DESK – सारण जिले के तरैया थाना क्षेत्र में अनाथ खुशी की हत्या के बाद मामा परिवार सहित फरार हो चुका है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. वहीं तरैया थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छपरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम तो कराया लेकिन शव लेने के लिए कोई रिश्तेदार नहीं पहुंचा. अब सवाल उठता है कि शव का दाह संस्कार कौन करेगा? ऐसी स्थिति में पुलिस शव का पोस्टमार्टम करने के बाद अब खुशी के मां के पट्टीदारों को दाह-संस्कार करने के लिए मना रही है.
विदित हो कि करीब 4-5 वर्ष पूर्व खुशी के पिता की जहां सड़क हादसे में मौत हुई थी वही उसकी माॅ भी गुजर चुकी है. हालांकि पिता ने मरने से पूर्व खुशी की शादी के लिए ₹6 लाख भी डिपॉजिट किया था और अनाथ होने के बाद खुशी अपने मामा के घर रहती थी. बीती रात गुप्त सूचना के बाद तरैया थाना अध्यक्ष के निर्देश पर पुलिस बल ने रात में ही थाना क्षेत्र स्थित चंवर में कब्र खोदकर उसमें से बोरे में भरकर फेंके गये खुशी के शव को बरामद किया था. जिसके बाद रात में ही यह बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई.
मृत युवती की पहचान स्थानीय थाना क्षेत्र के भटौरा गांव निवासी विश्वनाथ महतो की नतिनी और सुखारी महतो की भगिनी के रूप में हुई. पुलिस जब शव बरामद कर उनके घर पहुंची तो पता चला कि सभी लोग घर बंद कर फरार हो चुके थे. अब पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम छपरा सदर अस्पताल में कराने के बाद उनके पट्टीदारों से दाह-संस्कार करने के लिए आग्रह कर रही है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा हत्या का राज, बिसरा रिजर्व
खुशी की हत्या मारपीट कर किए जाने की बात सामने आ रही है. लेकिन सभी की निगाहें आप पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी हुई है. वैसे छपरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद खुशी के शव से बिसरा को रिजर्व किया गया है. जिसे एफएसएल भेजा जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या के विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी प्राप्त हो सकेगी.
इस घटना के बाद पुलिस खुशी के मामा और परिवार के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. ताकि उस हत्या के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सके. क्योंकि, हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए उसे बोरे में भरकर चंवर में दफनाया गया था. वही बोरे में काफी मात्रा में नमक भी डाला गया था ताकि उसका शव जल्द गल जाए और साक्ष्य मिट जाए.