CHHAPRA DESK – छपरा शहर के भगवान बाजार थाना अंतर्गत गंडक कॉलोनी मोहल्ला में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से आक्रोशित मोहल्ले वासियों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. मोहल्ले वासियों का आरोप है कि उसी गंडक कॉलोनी में सारण डीआईजी विकास कुमार का आवास है. बावजूद इसके चोरों के लिए गंडक कॉलोनी सेफ जोन बना हुआ है. पुलिस की इधर कभी गस्ती नहीं होती है.
आक्रोशित मोहल्ले वासी काफी आक्रोशित थे और वरीय पदाधिकारी से मिलने के लिए निकले थे. तभी इस सूचना के बाद सदर एसडीपीओ संतोष कुमार, भगवान बाजार थाना अध्यक्ष रंजीत कुमार दलबल के साथ मोहल्ले में पहुंचे और आक्रोशित लोगों को शांत करा कर छानबीन प्रारंभ की. उन्होंने क्षेत्र में गस्ती बढ़ाने का आश्वासन भी दिया.
यहां दिनदहाड़े हो जाती है चोरी
विदित हो कि गंडक कॉलोनी में गंडक विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारियों का आवास है. बीते दिन 15 अगस्त को सभी लोग झंडोत्तोलन के लिए कार्यालय गए थे और उनका आवास बंद था. उसी बीच गंडक विभाग के निम्न वर्गीय लिपिक जुनैद असगर के आवास से चोरों ने दिनदहाड़े घर के खिड़की को उखाड़ कर लैपटॉप वह अन्य कीमती सामानों की चोरी कर ली.
झंडा फहराने के बाद जब जुनैद असगर आवास पहुंचे तो देखा कि पीछे से घर का खिड़की तोड़ा हुआ है और कमरे से लैपटॉप गायब है. जिसके बाद उनके द्वारा इस घटना की सूचना भगवान बाजार थाना को दी गई. वही रात होते-होते में गंडक विभाग के कनीय अभियंता रंजू माला के घर के खिड़की को भी तोड़कर चोरों ने घर में चोरी की है. हालांकि वह घर बंद कर कहीं गई हुई थी.
सुबह में जब उनके पड़ोसियों ने देखा कि उनके घर के पीछे का खिड़की तोड़ा हुआ है और घर का सारा सामान अस्त व्यस्त है तो इस घटना की सूचना उन्हें दी गई. हालांकि समाचार प्रेषण तक वह अपने आवास पर नहीं पहुंच सकी थी. जिसके कारण कितने मूल्य की चोरी हुई इसकी विस्तृत जानकारी हासिल नहीं हो सकती है. वहीं मोहल्ले में लगातार हो रही चोरी की घटना से आक्रोशित लोगों ने एकत्रित होकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
महिलाएं भी महसूस करती हैं अपने आप को असुरक्षित
बता दें कि इस मोहल्ले में कुछ ही लोग परिवार सहित रहते हैं और दिन भर ड्यूटी के लिए गंडक विभाग कार्यालय में मौजूद रहते हैं. ऐसी स्थिति में जहां अनेक घरों में ताला लटका रहता है, वहीं कुछ घरों की महिलाएं सब कुछ देखते हुए भी घर में दुबकी रहती हैं. महिलाओं ने बताया कि कुछ महीने पहले दिनदहाड़े कॉलोनी पहुंचे कुछ आवारा लड़कों ने उसके गले से सोने का चेन झपट लिया था.
महिलाओं ने बताया कि मोहल्ले में नशा करने के लिए लड़के यहां जुटे रहते हैं और रोक-टोक करने पर वह उनसे मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं. जिसके कारण वे घर में बंद रहती हैं. वही मोहल्लेवासियों का कहना है कि वे लोग दिनभर ड्यूटी करेंगे कि घर की देखभाल करेंगे. ऐसी स्थिति में वह अपने सामानों के प्रति काफी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.