CHHAPARA DESK – सारण जिले के इशुआपुर में दोस्तों के द्वारा एक युवक की हत्या के बाद उसके शव को गोपालगंज में ठिकाने लगाया गया. लेकिन, पूछताछ के बाद मामला खुल गया और पुलिस ने दोस्त सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर शव को गोपालगंज से बरामद कर लिया है. गोपालगंज में पोस्टमार्टम के बाद शव गांव लाये जाने पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.

मृत युवक छपरा के बनियापुर थाना के बेरुई गांव निवासी देवीदयाल सिंह के 45 वर्षीय पुत्र शशि रंजन सिंह उर्फ बंटी सिंह बताया गया है. घटना इसुआपुर थाना के बिष्णुपुरा गांव की है, जहां घटना के बाद साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से शव को गोपालनगंज जिले के थावे थाना से तीन किलोमीटर दूर मांझा गांव में फेंक दिया गया था. पुलिस ने बंटी सिंह के एक दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने हत्या की बात स्वीकार की और फिर उसके बताये हुए बातों के अनुसार शव को ग़ोपालगंज से बरामद किया गया. फिर वहीं से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है.

बताया जाता है कि शशिरंजन सिंह उर्फ बंटी सिंह इसुआपुर के विष्णुपरा गाव के अर्जुन सिंह के जमीन को लीज पर लिया था, जिसमे दो मंजिला दुकान का निर्माण करा रहे थे. जिसमे तकरीबन 60 लाख अब तक खर्च कर चुके है। बताया जाता है कि उसी जमीन को खरीदने के लिये पैसे भी जमीन मालिक को दिये थे. उसी बीच शुक्रवार की दोपहर जमीन मालिक अर्जुन सिंह का फोन आया और वे उनके घर गये. तभी पहले से बने बनाये योजना के तहत अर्जुन सिंह अपने अन्य साथियों के साथ उनकी घर मे ही गले मे रस्सी बांधकर हत्या कर दी और शव को ग़ोपालगंज में फेंकवा दिया.

इधर देर शाम होने पर परिजनों ने फोन लगाया, लेकिन फोन बंद बता रहा था. तब उन्होंने अर्जुन प्रसाद को फोन कर बंटी के बारे में पूछा तो वह बहाने बनाकर निकल गया. फिर परिजनों ने रात में इसुआपुर थाना को गुमसुदगी की सूचना दी और उनके दोस्तों के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस ने अर्जुन प्रसाद को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। तभी उसने घटना की जानकारी दी. फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. समाचार प्रेषण तक फर्द बयान दर्ज नही हो सका है.

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