CHHAPRA DESK – केंद्र सरकार के समलैंगिक संबधो को मान्यता देने के बाद समलैंगिक संबंध के अनेकों मामले प्रकाश में आ रहे हैं. लेकिन, सारण जिले के इसुआपुर थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला प्रकाश में आया जिसने एक बार फिर समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है. जहा एक युवक 3 वर्षों तक फरार रहने के बाद लड़की बन कर लौटा. पहले तो गांव वाले और घर वाले भी उसे पहचाने में धोखा खा गये. बाद में जो कुछ सामने आया वह काफी चौंकाने वाला है.
इसुआपुर निवासी साहिल अब रिया बन चुका है बताते चले की साहिल की दोस्ती जिले के गौरा गांव निवासी चंदन कुमार से हुई और दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. बाद में यह प्यार समलैंगिक होने के बाद इस हद तक पहुंच गया कि चंदन और साहिल दोनों छपरा से भाग कर मुंबई पहुंच गए. जहां चंदन फिल्म इंडस्ट्री में स्पॉट बॉय का काम करने लगा और दोनों की सहमति पर शाहिल मुंबई के एक बड़े अस्पताल में अपना लिंग परिवर्तन कराने के बाद डांसर बन गया.
1 वर्ष तक दोनों पति-पत्नी के रूप में रहे. जिसके बाद एल्बम से लेकर फिल्म में उसने अपने डांस की बदौलत काफी पैसा कमाया, जो कि वह चंदन पर लूटता रहा. 3 वर्षों तक साथ रहने के बाद आखिर दोनों के प्यार में खटास आई और चंदन उसे वापस घर इसुआपुर भेज दिया. जिसके बाद कहानी में नया मोड़़ आया और इस अनैतिक प्यार का सौदा ₹50000 और एक कट्ठा जमीन पर कर दिया गया. गांव में पंचायत हुई चंदन के घर वालों ने शाहिल उर्फ रिया को चंदन के परिजनों ने 35 हजार रुपया दिया भी परन्तु एक कट्ठा जमीन आज तक नही दिया. इधर रिया के परिजन गरीब है और इसे नियति मान रिया को डांसर का काम करने की स्वीकृति दे दी.
लड़का से लड़की बने रिया की जिंदगी ऑर्केस्ट्रा तक सीमित हो गयी और पैसे के लिए रिया ऑर्केस्ट्रा में डांसर के रूप में कार्य करने लगा, जो अब उसके कमाई का जरिया है. इसुआपुर बाजार में यदा कदा भरपूर मेकप ने लोगो से शगुन मांगना और डांस करना रिया की नियति बन गयी. इस संबंध में शाहिल से रिया बने युवक की मां ने बताया कि शाहिल पूर्ण लड़का था. परन्तु, चंदन से दोस्ती के बाद उसके लिए लड़कियों जैसे हरकत को हमलोगों ने ध्यान नही दिया और जब वो लड़की बन कर घर आया और उसने लिंग परिवर्तित करा कर जो फैसला लिया यह उसका भाग्य है,
अब हमलोगों को चंदन से कोई शिकयत नही है. क्योकि पंचायत में जो कागज बना है उसमें हमलोगों की सहमति है. सरकार ने समलैंगिक संबंधों को बैध करार दिया है परन्तु रिया और चंदन के इस कारनामे के बाद रिया की जिंदगी नरक बन गयी है और रिया अब इसुआपुर बाजार मंगलामुखी के रूप में प्रचारित हो गया है.