Siwan Desk – सिवान जिले में चमकी बुखार से बचाव और बेहतर प्रबंधन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है. इससे बचाव के लिए जन-जागरूकता काफी जरूरी है. सिवान सिविल सर्जन डॉ यदुवंश कुमार शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर मस्तिष्क ज्वर से संबंधित जन जागरूकता फैलाने के लिए वाहनों को रवाना किया. प्रचार गाड़ियों के माध्यम से मस्तिक ज्वर के संबंध में लोगों में जन – जागरूकता फैलाई जायेगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह अभियान चलाया जा रहा है.
चमकी को देनी है तीन धमकियां
1 खिलाओ : बच्चों को रात में सोने से पहले जरूर खाना खिलाएं.
2 जगाओ : सुबह उठते ही बच्चों को भी जगाओ देखो,कहीं बेहोशी या चमक तो नहीं.
3 अस्पताल ले जाओ : बेहोशी या चमकी देखते ही तुरंत एंबुलेंस या नजदीक के गाड़ी से अस्पताल ले जाओ.
सिविल सर्जन ने कहा कि चमकी एक गंभीर बीमारी है। ससमय इलाज से ठीक हो सकता है. अत्यधिक गर्मी एवं नमी के मौसम में यह बीमारी फैलती है.1 वर्ष से लेकर 15 वर्ष के बच्चे इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित होते हैं. जिला स्वास्थ्य समिति पूरी तरह से अलर्ट है। जिला स्वास्थ्य समिति प्रचार-प्रसार के माध्यम से हर किसी को मस्तिष्क ज्वर के लक्षण से अवगत कराना चाहती है. यदि किसी बच्चे को मस्तिक ज्वर का लक्षण दिखाई दे तो उनके गार्जियन तुरंत अपने नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अपने बच्चे को लेकर जाएं। जिससे बच्चे की जान बचाई जाए. इस मौके पर डीएमओ डॉ एमआर रंजन, डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन, सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नेशार अहमद, पीसीआई की आरएमसी जुलेखा फातमा, राजेश कुमार समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.