CHHAPRA DESK – छपरा सदर अस्पताल में उचित उपचार के अभाव में तड़प रही इस महिला को बीते 4 जुलाई को पीएमसीएच रेफर किया गया था. लेकिन 102 एंबुलेंस चालक द्वारा उसे पीएमसीएच ले जाने से इंकार किए जाने के बाद वह आज भी वह छपरा सदर अस्पताल के बाहर शौचालय की टंकी पर तड़प रही है. ऐसी स्थिति में अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि विगत सप्ताह उस महिला को स्थानीय लोगों के द्वारा घायल अवस्था में छपरा सदर अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां कुछ स्थानीय लोगों के प्रयास पर 4 जुलाई को उसे सदर अस्पताल इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर हरेंद्र प्रसाद के द्वारा बेहतर चिकित्सा के लिए पीएमसीएच रेफर किया था.
उनके द्वारा सदर अस्पताल से बनाई गई भर्ती पर्ची के आधार पर 102 एंबुलेंस को फोन किया गया तो एंबुलेंस पहुंचा लेकिन चालक के द्वारा उसे पटना ले जाए जाने से इंकार कर दिया गया. क्योंकि, वह महिला लावारिस है, जिसके कारण कोई उसकी देखभाल करने वाला नहीं है. ऐसी स्थिति में अब पीएमसीएच पहुंचना तो दूर वह महिला अस्पताल के बाहर शौचालय की टंकी पर तड़पकर अपनी अंतिम सांसे गिन रही है.
ऐसी स्थिति में अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है. इस विषय पर पूछे जाने पर तत्कालीन इमरजेंसी ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर हरेंद्र प्रसाद के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा उस महिला को भर्ती कर प्राथमिक उपचार के बाद उसे पीएमसीएच रेफर किया गया लेकिन वह पीएमसीएच नहीं पहुंच सकी थी. जिसके बाद उन्हें उसके विषय में कोई जानकारी नहीं है.
वहीं इस मामले में जब सिविल सर्जन डॉक्टर सागर दुलाल सिन्हा से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया. ऐसी स्थिति में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण वह महिला अस्पताल के बाहर शौचालय की टंकी पर अपने अंतिम सांसे ले रही है.