छपरा के इसुआपुर में रेलवे ढाला बंद करने के विरोध में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

Chhapra Desk – सारण जिले के इसुआपुर थाना क्षेत्र के धामा गांव के पास रेलवे समपार ढाला नंबर 32 को रेलवे द्वारा बंद किए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने रोष पूर्ण प्रदर्शन किया. जिसकी सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी तथा रेलवे और इंटेलिजेंस की टीम ने वहां पहुंचकर लोगों से शांति पूर्वक अपना पक्ष रखने की अपील की. जिसके बाद ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल विजय राय, महम्मद आलम, सिपाही राय, विकास कुमार, कामेश्वर राय, नागेश्वर राय ने विभागीय निरीक्षण करने मसरख जंक्शन पहुंचे पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के महाप्रबंधक से मिलकर अपनी समस्याएं रखीं.

साथ ही एक ज्ञापन भी सौंपा. जिसमें कहा गया है कि उक्त ढ़ाला बंद हो जाने से 10 गांवों के पांच हजार से अधिक की आबादी को आवागमन की कठिनाई होगी. वहीं खेती-बाड़ी करने वालों को 3 से 4 किलोमीटर की दूरी तय करके ढाला के आर पार जाना पड़ता है. शादी विवाह जैसे आयोजनों पर बारात ठहराने के लिए रेलवे के पूरब कोई सार्वजनिक स्थान नहीं है. जिससे उन्हें ढाला के पश्चिम ही जाना पड़ता है. इस संबंध में पूर्व में भी महा प्रबंधक को आवेदन दिया गया है जो विचाराधीन है मुखिया पति दीनदयाल राय, सुनैना देवी, उर्मिला देवी, सुनीता देवी, राजेंद्र राय, भूषण कुमार, झालू महतो, राजदेव महतो, अख्तर हुसैन, संजय राऊत, भूषण शर्मा, सत्येन्द्र राम समेत सैकड़ों लोगों का कहना था कि कुछ लोगों का घर रेलवे लाइन के पूरब है तो उनका दालान व पशु का शेड ढाला के पश्चिम है.

ढाला बंद हो जाने से उन्हें परेशानी होगी. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इसको लेकर आए दिन रेलवे लाइन पर दुर्घटनाएं घटित होती रहती है. दो दिन पूर्व ही धामा गांव की देवरानी कुमार की मौत ट्रेन के झटका लगने से हो गई है. वहीं इसके पूर्व भी इसी गांव के राजदेव महतो की 17 वर्षीय पुत्री की मौत ट्रेन का झटका लगने से हो गई थी.

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