CHHAPRA DESK – सारण जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां बेखौफ अपराधियों ने कार सवार तीन भाइयों पर हमले के बाद एक भाई को कार से खींचकर उसके सिर में गोली दाग दी. जिससे उसकी मौत मौके पर हो गई. वही दो भाइयों पर भी फायरिंग की गई, लेकिन वह लोग बाल-बाल बच गए हैं. घटना सारण जिले के रसूलपुर थाना अंतर्गत टोल प्लाजा के समीप की बतलाई जा रही है. मृत युवक की पहचान जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र के चपरैठा गांव निवासी दिलीप गिरी के 25 वर्षीय पुत्र सूरजकांत गिरी के रूप में की गई है.
वहीं उसके दो बड़े भाई शशिकांत गिरि एवं रविकांत गिरी मामूली रूप से जख्मी हुए हैं. इस घटना के संबंध में मृतक के बड़े भाई शशिकांत गिरी ने बताया कि वह तीनों भाई कार से सिवान जा रहे थे. तभी थाना अंतर्गत टोल प्लाजा से कुछ कदम आगे बढ़ाने के बाद धर्मवीर गिरी अपने घर के सामने लाठी-डंडे और हथियार से लैस दिखे. जैसे ही कार उनके समीप पहुंची. उन लोगों ने लाठी-डंडे से कार पर हमला बोल दिया. इस घटना के बाद उनका छोटा भाई सूरजकांत गिरी जैसे ही कार से बाहर निकला उन लोगों ने उसके सिर में पिस्तौल सटाकर गोली दाग दी. जिससे गोली आर पार हो गई और वह वहीं पर गिर पड़े.
जिसके बाद उनके द्वारा रविकांत गिरी पर भी फायरिंग की गई. लेकिन वह लोग किसी तरह जान बचाकर भागे और 112 पर डायल कर पुलिस को सूचना दी. सूचना के बाद रसूलपुर थाना पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंची और उन लोगों को अपनी कार से उठाकर छपरा सदर अस्पताल भिजवाया. जहां ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉक्टर हरेंद्र प्रसाद ने उनके भाई सूरजकांत गिरी को मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद जहां रोना-पीटना लग गया. वही पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
भूमि विवाद को लेकर दिया घटना को अंजाम
यह पूरा मामला भूमि विवाद का बतलाया जा रहा है. भूमि विवाद को लेकर ही सूरजकांत के सिर में गोली मारकर उसकी हत्या की गई है. सदर अस्पताल में मृतक के बड़े भाई शशिकांत गिरी ने हलचल न्यूज़ 24 को बताया कि रसूलपुर निवासी धर्मवीर गिरी, शशि भूषण गिरी, उत्तम गिरी व नीरज गिरी से उन लोगों का पूर्व से भूमि विवाद चल रहा है. जिसको लेकर उन लोगों के द्वारा प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया है. उन लोगों के द्वारा पहले भी उनके ऊपर जानलेवा हमला किया गया है. जिसकी सूचना उनके द्वारा स्थानीय पुलिस को कई बार दी गई है. अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो आज यह अनहोनी नहीं होती.