CHHAPRA DESK – छपरा सदर अस्पताल से मेडिकल बोर्ड के द्वारा शव को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. क्योंकि, मेडिकल बोर्ड ने शव के डीकंपोज होने के कारण पोस्टमार्टम करने की बजाए उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया. शव को जिला प्रशासन के द्वारा सहाजितपुर से लाया गया था. मृतक जिले के सहाजितपुर थाना क्षेत्र के बंगाली पट्टी निवासी कामेश्वर सिंह का 23 वर्षीय पुत्र कुणाल कुमार सिंह था. उसकी हत्या प्रेम प्रसंग में चाकू से गोदकर गांव के ही लड़की वालों के द्वारा घर बुलाकर की गई थी. जिसके बाद उसका शव कब्र से आपत्तिजनक स्थिति में बरामद किया गया था.
मनीषा से प्यार के चक्कर में गई जान
कुणाल ड्राइवरी का काम करता था. 1 सप्ताह पूर्व वह घर आया था. जहां, बीते 11 अगस्त की शाम को घर से निकला था, लेकिन वह वापस नहीं आया. जिसके बाद घर वालों ने जब खोजबीन की तो पता चला कि वह मनीषा के घर गया है. जब वह लोग मनीषा के घर पहुंचे तो घर वालों ने बोला कि उनकी बेटी को लेकर कुणाल फरार हो गया है. जिसके बाद घर वाले परेशान रहे. तभी तीसरे दिन उन्हें कुछ लोगों के द्वारा सूचना दी गई उनके बेटे की हत्या कर नहर के समीप शव को दफनाया गया है.
इस सूचना के बाद वह जब नहर के समीप पहुंचे तो देखा कि गड्ढा खोद कर मिट्टी भरा हुआ है. तब इस घटना की सूचना उनके द्वारा सहाजितपुर थाना अध्यक्ष को दी गई. सूचना के बाद थाना पुलिस के साथ पुलिस पदाधिकारी पहुंचे और गड्ढा खोदकर शव को बरामद किया गया. लेकिन, उसके गायब होने के 48 घंटे में ही शव काफी गल चुका था. क्योंकि, शव को दफन करने के बाद गड्ढे में नमक डाल दिया गया था.
लड़की वाले घर छोड़कर हुए फरार
शव बरामद किए जाने के बाद जब पुलिस नामजद अभियुक्तों के घर पहुंची तो वे लोग घर छोड़कर फरार हो चुके थे. इस मामले में कुणाल के पिता के द्वारा स्थानीय थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. वहीं प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन के बाद अभियुक्तों की गिरफ्तारी में जुटी हुई है.