KISHANGANJ DESK – अखबार में नाम” की कहानी आप सभी ने जरूर सुनी और पढी होगी. लेकिन, आज के दौर में भी यह कहानी चरितार्थ होते नजर आई. एक युवक जेल घूमने के चक्कर में जानबूझकर शराब पी पुलिस के पास पहुंच गया. पुलिस ने जब कहा जुर्माना देकर जाओ तो उसने कहा- “नहीं मुझे तो जेल देखना है”. आप मुझे ले चलिए. मामला बिहार के किशनगंज से सामने आया है. यहां पर एक युवक शराब इसलिए पिया क्योंकि उसे जेल देखना था.
उसने अपनी चाहत को पूरा करने के लिए बंगाल जाकर शराब पिया. नशे में उत्पाद विभाग की टीम ने उसे पकड़ा और जुर्माना देकर जाने को कहा, लेकिन वह जेल भेजे जाने की जिद्द करने लगा. किशनगंज के राजकुमार यादव को वर्षों से जेल देखने की चाहत थी, जो उसने पूरी की. दरअसल, बंगाल से शराब पीकर लौट रहे राजकुमार यादव को चेकपोस्ट से उत्पाद विभाग ने शराब के नशे में गिरफ्तार कर लिया.
आमतौर पर उत्पाद अधिनियम के तहत पहली बार शराब पी कर पकड़े जाने के बाद जुर्माने का प्रावधान है. जुर्माना अदा करने के बाद आरोपी को छोड़ दिया जाता है. गिरफ्तार होने के बाद राजकुमार अधिकारियों से जेल भेजे जाने की जिद्द करने लगा. वह किसी भी कीमत जुर्माना देकर बाहर नहीं आना चहता था.
मुझे जेल देखना है
राजकुमार ने उत्पाद अधिकारियों को बताया कि वह जेल देखना चाहता है और इसी मौके की तलाश में था. इसलिए वह जुर्माना नहीं भरेगा. उत्पाद विभाग के अधिकारी भी उसकी इस अजीबोगरीब मांग पर हतप्रभ हो गए. अधिकारियों और जवानों ने उसे समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो अपनी जिद्द पर अड़ा रहा.क्षअंत में विभाग ने उसकी इच्छा को पूरा करते हुए मेडिकल जांच करवाए जाने के बाद उसे जेल भेज दिया.