डॉ विनोद ने प्रथम प्रयास में ही बीपीएसी की असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा में प्राप्त किया दूसरा स्थान

Chhapra Desk – नियोजित शिक्षक से अपने करियर की शुरुआत करने वाले डॉ विनोद कुमार सिंह ने प्रथम प्रयास में ही बीपीएसी की असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा उतीर्ण कर बिहार में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. उनकी इस सफलता पर शिक्षकों, पत्रकारों एवं बुद्धिजीवियों निम्न को बधाई दी है. डॉ श्री सिंह छपरा शहर के मासूमगंज मोहल्ला के रहने वाले हैं. उन्होंने वर्ष 2006 में नियोजित शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. जिसके बाद वह 2015 से आदर्श जनता उच्च विद्यालय,नैनी में प्रभारी प्राचार्य के रूप में कार्यरत रहे.

प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से संस्कृत एवं हिंदी से MA किया. जिसके बाद जयप्रकाश विश्व विद्यालय से पीएचडी तथा इग्नू से M Ed की पढाई किया. एक शिक्षक के रूप में कार्य करते हुए वह लगातार किसी न किसी रूप में पत्रकारिता से भी जुड़े रहें और शिक्षा से संबंधित खबरें उपलब्ध कराते रहे. हलचल न्यूज़ से प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि सफलता सही दिशा में किए गए सार्थक प्रयास से ही मिलती है. जिसे उन्होंने अपने प्रथम प्रयास में ही बिहार में दूसरा स्थान प्राप्त कर साबित किया है. जिले के छात्र-छात्राओं के लिए उन्होंने संदेश दिया है कि वह पहले अपने लक्ष्य का निर्धारण करें और सही मार्गदर्शन में अपनी तैयारी को प्रारंभ करें. सफलता उनके कदम जरूर चूमेगी. लेकिन उनका प्रयास इमानदारी पूर्वक होना चाहिए.

बता दें कि डॉ विनोद कुमार सिंह गोपालगंज जिले के बरौली थाना अंतर्गत नेवरी गांव के मूल निवासी है. उनके पिता रामनाथ सिंह एक किसान है. जबकि उनकी माता स्वर्गीय कलावती देवी एक कुशल ग्रहणी थी. विनोद सिंह की पत्नी विनीता सिंह भी एक शिक्षिका है जो कि सोनपुर के गोविंद चक स्थित प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत हैं. वही उनका पुत्र अभिषेक सिंह बेंगलुरु में इंफोसिस कंपनी का सॉफ्टवेयर इंजीनियर है.

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