Patna Desk – स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती पखवाड़ा पर एजुकेशनल डेवलपमेंट एजुकेशन संस्थान के बैनर तले सम्मान समारोह सह व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील कुमार मोदी ने किया. मौके पर मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री, विधान पार्षद डॉ संजय पासवान उपस्थित थे. इस अवसर पर अपने उद्बोधन भाषण में सुशील कुमार मोदी ने कहा स्वामी सहजानंद सरस्वती दलितों और किसानों के मसीहा थे और उन्होंने जमींदारी प्रथा को समाप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ा. किसानों के हमदर्द होते हुए उन्होंने जो कार्य किया है वह आज भी सभी लोगो के मानस पटल पर अमिट छाप छोड़ा है.
मुख्य अतिथि संजय पासवान ने कहा किसान नेता स्वामी किसानों को उनके हक और उनके अधिकार का बोध कराया. साथ ही किसानों को लड़ने के लिए प्रेरित किया. गरीब मजदूर और किसानों में उनकी आत्मा बसती थी. वह इसके लिए संघर्ष करते थे और इसके लिए रात दिन तन मन धन से लगे रहते थे. इस अवसर पर अतिथियों के अलावा संबोधित करने वालो में कला सांस्कृतिक पुरुष विश्वमोहन चौधरी “सन्त”, सुनील सिन्हा, भानु प्रताप सिंह, नीता सिन्हा, विमल शर्मा और अजय शर्मा प्रमुख रूप थे. स्वागत भाषण व्याख्यानमाला के आयोजक डॉ विनोद शर्मा ने किया. अध्यक्षता संतोष उपाध्याय ने किया. विशिष्ट अतिथि के रूप में कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्राचार्य प्रोफेसर तपन शांडिल्य ने कहा कि स्वामी सहजानंद गांधी के समकक्ष के नेता थे, जिन्होंने संघर्ष कर किसानों और गरीब मजदूरों को समाज में सम्मान दिलाने का काम किया.
इस गोष्ठी के बाद सम्मान समारोह का आयोजन भी किया गया. जिसमें बिहार ब्यूरो प्रमुख आकाश कुमार, कई पत्रिकाओं के संपादक व मॉडल डॉ राजेश कुमार, इवेंट मैनेजमेंट करने वाले नीरज सिन्हा एवं प्रेस छायाकार एवं कई चैनलों के प्रसिद्ध छायाकार राज रोशन कुमार, प्रसिद्ध लोक गायिका अनुष्का जयसवाल के साथ-साथ डॉक्टर आयुर्वेदाचार्य मनोज कुमार पांडे एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जूली कुमारी को सुशील कुमार मोदी एवं डॉ संजय पासवान के हाथों सम्मान स्वरूप प्रतीक चिन्ह, अंगवस्त्रम एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया. धन्यवाद ज्ञापन जयंती सिन्हा ने किया.