CHHAPRA DESK – सारण जिले के मढ़ौरा प्रखंड अंतर्गत मिर्जापुर में शादी करने पहुंचा दूल्हा मरवा में उस समय रोने लगा जब दुल्हन की सहेलियों ने उसका टेस्ट लेना शुरू किया. दूल्हा मरवा में रोने लगा तो दुल्हन ने कहा भागो नहीं होगी शादी. जिसके बाद दुल्हन के फैसले पर मान मनौव्वल चलता रहा लेकिन युवती अपने फैसले पर अड़ी रही. अंतत दुल्हे को बिना दुल्हन के ही बरात वापस ले जाना पड़ा.
बताते चलें कि मढ़ौरा प्रखंड अंतर्गत मिर्जापुर निवासी युवती की शादी कोपा के पतिला गांव के एक लड़के से तय हुई थी. पतीला निवासी मोतिलाल साह के यहा से 11 जून को बारात लड़की के घर मिर्जापुर पहुंची थी. लड़की वालों ने खुशी-खुशी बारात का स्वागत किया. द्वार पूजा के बाद वरमाला की तैयारी होने लगी. वरमाला भी सम्पन्न हो गया, बरनेत की विधि भी पुरी हो गई. तब शादी के रश्म को पुरा करने के लिए लड़के को शादी के मंडप पर बुलाया गया. यही से सब कुछ उल्टा होना शुरु हो गया.
दुल्हन को शक हो गया कि दूल्हा मंदबुद्धि का है. तब उसकी सहेलिया और गांव घर की महिलाओं ने उसके बुद्धि का टेस्ट लेने के लिए उससे हंसी मजाक करनी शुरू कर दी. जिसके बाद लड़का रोने लगा और रोते हुए घर से बाहर भाग निकला. इस हरकत को देख लड़की का मन बदल गाया. धीरे धीरे यह चर्चा तेज हो गई कि लड़का मंद बुद्धि का है. बस! फिर क्या था. दुल्हन अड़ गई की वह शादी नही करेगी. दुल्हन के अचानक इस फैसले से घाराती-बाराती हैरान रह गए.
पूछने पर दुल्हन बोली कि दूल्हा मंद बुद्धि का है और उसे मंद बुद्धि युवक से शादी नहीं करनी है. दुल्हन के इस फैसले पर जमकर हंगामा शुरु हो गया. दूल्हे पक्ष के कुछ युवक हंगामे पर उतारु हो गए. तभी लड़की के घरवालों ने दूल्हे और उसके पिता सहित रिश्तेदारों को बंधक बनाकर दहेज का सारा सामान वापस करने कि मांग करने लगे.
यह खबर सुन मुखिया पति कमलेश प्रसाद, सरपंच पति मंटू राय, सोनालाल साह, रुस्तम मियां, जितेंद्र गोस्वामी, वर पक्ष की तरफ से मुखिया मिथलेश सिंह आदि ने समझौता का प्रयास किया. दुल्हन से पूछे जाने पर दुल्हन शादी नही करने के अपने फैसले से टस से मस नहीं हुई. स्थिति को बिगड़ता देख दोनो तरफ से आए गणमान्य लोगों ने सारा सामान वापस करने का फैसला लिया. अंत में दूल्हे को बिना दुल्हन के अपनी बारात वापस ले जानी पड़ी.