Chhapra Desk – केंद्र सरकार जीएसटी के 5% के स्लैब को खत्म करने की तैयारी में है. इनमें शामिल ज्यादातर वस्तुओं को 3% और शेष को 8% के स्लैब में डालने का प्रस्ताव है. इस पर अगले महीने होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में फैसला होगा. सूत्र बता रहे हैं कि 3% के दायरे में शामिल की जाने वाली ज्यादातर वस्तुएं आम उपभोग की हैं. इस स्लैब में आने वाली ज्यादातर वस्तुएं गैर-खाद्य हो सकती हैं. 5% के स्लैब में अभी मुख्य रूप से पैकेज्ड खाद्य पदार्थ शामिल हैं, जिन्हें 8% के स्लैब में शामिल किया जा सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्लैब में अगर 3% की वृद्धि होती है तो सरकार को सालाना 1.5 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व मिल सकता है.
ये हैं 5% के टैक्स स्लैब में प्रमुख वस्तुएं
• खाद्य तेल, मसाले, चाय, कॉफी, चीनी, मिठाई, काजू
• इंसुलिन जैसी जीवन रक्षक ड्रग्स व मेडिसिन, सिक्के- पदक, बर्फ
• वॉकिंग स्टिक, दिव्यांगों के काम आने वाली एक्सेसरीज
• बायोगैस, फर्टिलाइजर्स और अगरबत्ती
• कोयला, फ्लाई एश ब्लॉक्स, मैटिंग और फ्लोर कवरिंग
• विंड-बेस्ड आटा चक्की या पवन चक्की, नेचुरल कॉर्क
परिवहन सेवाएं
• ईंधन खर्च के
बिना मोटर कैब किराए पर लेना
• एसी वाहनों और रेडियो टैक्सियों से ट्रांसपोर्ट सर्विसेस
• तीर्थयात्रा के लिए हवाई मार्ग से शेड्यूल्ड परिवहन सेवाएं
• टूर ऑपरेटर सर्विसेस