CHHAPRA DESK – सारण में ऐसी कई लड़कियां हैं, जो देश के लाखों लड़कियों की प्रेरणा बनी हुई है. इनमें से एक लड़की है रचना पर्वत. सारण जिले के नगरपालिका चौक निवासी रामानंद पर्वत व फूलमती देवी की पुत्री रचना पर्वत एक कुशल खिलाड़ी, योग प्रशिक्षक के साथ-साथ रक्त वीरांगना के रूप में जानी जाती हैं. उसने अब ससुराल जाते-जाते अपना पूरा शरीर दान करने का संकल्प लिया है. रचना का कहना हैं कि अंग अमूल्य हैं, उसे जलाकर राख करने के बजाय दान कर दुनिया से जाने के बाद भी दुनिया में रहकर मिसाल कायम करने की सोचिए. ‘दुनिया से जाने वाले जाने चले जाते हैं कहां, कैसे ढूंढे कोई उनको, नहीं कदमों के भी निशा…’ अंगदान ने इन लाइनों को गलत साबित कर दिया है.
क्योंकि अंगदान के माध्यम से दुनिया से जाने के बाद भी कोई किसी के सीने में दिल बनकर धड़क रहा है तो कोई दूसरों की आंखों से दुनिया से जाने के बाद भी दुनिया देख रहा है. ज्ञात हो कि रचना पर्वत फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया से जुड़कर अब तक 33 बार रक्तदान कर चुकी है. साथ ही साथ आयोजित होने वाले रक्तदान शिविरों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक कर रक्तदान के प्रति प्रेरित करती रहती हैं. रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु इन्हें जिले स्तर पर 10 प्रभावशाली महिलाओं में सम्मिलित कर अपराजिता सम्मान से नवाजा जा चुका है.
उत्तरी दहियावां टोला स्लम बस्ती में फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया की मुहिम पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया से जुड़कर निशुल्क शिक्षा देती रही हैं. रचना एक वेटलिफ्टर भी है. वो राष्ट्रीय स्तर पर पांच बार खेल चुकी है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट वेटलिफ्टर चैंपियनशिप घोषित किया जा चुका है एवं राज्य स्तर पर 7 बार बेस्ट वेटलिफ्टर चैंपियनशिप घोषित किया जा चुका है.
इनके सामाजिक कार्यों को मान्यता देने हेतु पूरे बिहार में महिलाओं में सबसे ज्यादा रक्तदान करने हेतु स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार द्वारा सम्मानित किया जा चुका है. नेशनल यूथ आवार्ड फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा राष्ट्रीय युवा गौरव सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है. वहीं सारण जिला अधिकारी द्वारा प्रेरणा दूत पुरस्कार से नवाजा जा चुका है एवं राष्ट्रीय स्तर पर बिहार पुलिस महानिदेशक द्वारा द अचीवर अवार्ड से नवाजा जा चुका है.