नगर निगम की खुली पोल : रिमझिम बारिश में नगर निगम के पदाधिकारी तो नहीं लेकिन शहर हो गया पानी-पानी

नगर निगम की खुली पोल : रिमझिम बारिश में नगर निगम के पदाधिकारी तो नहीं लेकिन शहर हो गया पानी-पानी

CHHAPRA DESK – छतर नगर निगम की व्यवस्था की कलई पहली रिमझिम बारिश में ही खुल गई है. ऐसी स्थिति में नगर निगम के पदाधिकारी भले ही पानी-पानी नहीं हो, लेकिन शहर के अधिकांश मोहल्ले पानी-पानी हो चुके हैं. स्थिति ऐसी है कि घर से बूढ़े और बच्चों का निकलना दूभर हो गया है. शहर के गुदरी बाजार, काशी बाजार, भगवान बाजार थाना रोड सहित अनेक मोहल्ले पानी-पानी हो चुके हैं. सड़कों पर एक से डेढ़ फुट तक पानी जमा हुआ है. वैसे ये ऐसे मोहल्ले हैं जहां आमूमन सड़कों पर नाले का पानी बहता ही रहता है.

नगर निगम की तरफ बेहतर सुविधा और सफाई की डफली बजाया जा रहा है तो दूसरी तरफ लोग जलजमाव और कीचड़ में रहने को मजबूर है. जलजमाव के कारण एक तरफ बीमारी फैलने की आशंका है तो दूसरी तरफ कई जगहों पर खुले नाले दुर्घटना को आमंत्रित कर रहे हैं. लेकिन, नगर निगम सुनता किसकी है. नगर निगम को सिर्फ मनमाने टैक्स से मतलब है. भले ही जनता को नगरपालिका की भी सुविधा ना मिले हैं और टैक्स नगर निगम का देना पड़ रहा है. अगर थोड़ा विलंब हो गया तो नगर निगम ब्याज की वसूली भी कर लेता है.

क्या कहते हैं नगर आयुक्त

इस मामले में पूछे जाने पर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि उनके द्वारा नगर निगम वासियों को बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है. जहां भी जलजमाव की समस्या है वहां से जल निकासी की व्यवस्था कराई जाएगी.

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