CHHAPRA DESK – शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर बिहार सरकार की महत्त्वाकांक्षी नल का जल योजना धरातल पर पूरी तरह उतरती नहीं दिख रही हैं. ग्रामीण क्षेत्र में अब यह लोगों के लिए जी का जंजाल बनता जा रहा है. कई गांव में ससमय पानी नहीं मिलता है तो कहीं अबतक नल का जल मुहैया भी नहीं कराया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर प्रतिबद्ध है।विभागीय देख रेख के अभाव में नल से लोगों को गंदा पानी मिल रहा है. अधिकांश गावों में यह योजना सुचारू ढंग से नहीं चल रही है.
बता दें कि गड़खा प्रखंड क्षेत्र के कोठियां पंचायत के मदनपुर बिनटोली, वार्ड संख्या 15 के निवासी रुक्मिणा देवी, पति श्रीराम महतो का मिट्टी युक्त खपरैल का बना घर नल जल योजना के पाइप में पानी का लगातार रिसाव होने के कारण विगत रात गीला होने से अचानक गिर गया. जिससे घर में रखे हजारों की संपति का नुकसान हुआ और सोए लोग भी बुरी तरह जख्मी हो गये. जिसका उपचार कराया गया।तत्पश्चात आक्रोशित ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि के खिलाफ नारे लगाकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करने वालों में शामिल वार्ड सदस्य पप्पू कुमार, भूटेली कुमार, अखिलेश महतो, रकटु महतो, धुपलाल महतो, सुरती देवी, चिंता देवी,संगीता देवी, ज्ञांति देवी, रूबी देवी, ललिता देवी, आरती देवी, कुईसी देवी, मंजू देवी, कुशुमी देवी, गुड़िया कुमारी तथा सोनी ने कहा कि दो वर्ष पहले यहां पर नल जल का कार्य आरंभ किया गया जो कि आज भी अधूरा है.
बिना टंकी लगाए पाइप बिछाकर गांव में नल जल योजना से पानी की खानापूर्ति की गई है. पानी आपूर्ति शुरू होने के तीन महीना बाद ही पाइप लाइन में कोई खराबी आया था उसके बाद से ही जैसे तैसे लीकेज पाइप से गांव के आधी आबादी को गंदे पानी प्राप्त होता है. जबकि आधे आबादी तक पानी पहुंच ही नहीं पाता है. नल जल योजना यहाँ शोभा की वस्तु बनकर रह गया है।कई बार ग्रामीणों ने प्रखंड प्रशासन और स्थानीय प्रतिनिधि को इससे अवगत कराया लेकिन हर बार टाल मटोल कर दिया गया.
विभागीय लापरवाही व ठेकेदार की मनमानी के कारण नियम को ताक पर रखते हुए महज छह ईंच से लेकर एक फीट गहराई में ही पाइप बिछा दिया गया है. जबकि पाइप को तीन फीट नीचे डालना था।पाइप फूटने से पानी लीकेज की समस्या बनी है. इससे नलों से गंदा पानी निकलता है. खास बात यह है कि लीकेज के कारण पानी में कई प्रकार के जल कीट भी निकलने लगे है. इस बाबत गड़खा बीडीओ डॉ संजय सिंह ने बताया कि स्थल जांच करके पीड़ित परिवार को लाभ की राशि के लिए अनुशंसा किया जाएगा. वही स्थल जांच में आए पंचायती राज के जेईई अतुल कुमार ने कहा कि नल जल योजना का काम अधूरा है दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगा.