CHHAPRA DESK – सारण में जहरीली शराब कांड के बाद पुलिस जहां शराबियों और शराब कारोबारियों के पीछे हाथ धोकर पड़ चुकी है, वहीं कई निर्दोष भी पुलिसिया कार्रवाई का शिकार हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला 1 जनवरी को सामने आया, जहां छपरा शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत खलपुरा निवासी प्रेम कुमार महतो को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा. छपरा सदर अस्पताल में कोविड जांच में उसने जो बतलाया वह काफी चौंकाने वाला था.
क्योंकि उसे जिस जुर्म में गिरफ्तार किया गया वह जुर्म उसके द्वारा किया गया नहीं था, ऐसा उसका कहना है. उसने बताया कि साइकिल से कोई शराब लेकर जा रहा था और पुलिस देख साइकिल छोड़कर भागा तो उसके विपक्षियों ने उसका नाम बतला दिया और चौकीदार ने उसे घर जाकर सूचना दी कि आप के खिलाफ केस दर्ज है. जब वह थाना पहुंचा तो पुलिस उसे गिरफ्तार कर ली. उसने बताया कि 32 वर्ष का होने के बाद आज तक उसे साइकिल चलाना नहीं आता है और पुलिस कहती है कि तुम साइकिल के शराब लेकर भाग रहे थे.
उसके द्वारा तर्क दिया गया कि उसे साइकिल चलाना नहीं आता है तो पुलिस ने बोला कि तुम साइकिल पर माल लेकर ढुला कर ले जा रहे होगे. जिसपर प्रेम कुमार महतो ने पुनः तर्क दिया कि अगर वह साइकिल से शराब ढुला कर ही ले जा रहा था और साइकिल छोड़कर भागा तो पुलिस ने उसे उस समय क्यों नहीं गिरफ्तार किया. जबकि गस्ती पर कई पुलिसकर्मी एक साथ होते हैं.
उसने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस झूठे केस में फंसा कर उसे जेल भेज रही है. फिर भी वह खुशी-खुशी जेल जा रहा है क्योंकि भागने से उसका केश खत्म होने वाला नहीं है. जो कि कहीं ना कहीं पुलिस के लिए जांच का विषय है. ताकि कोई निर्दोश को जेल की हवा नहीं खानी पड़े.