CHHAPRA DESK – नीतीश राज में दलितों पर अत्याचार बढ़ा है. सूबे में दलित सुरक्षित नहीं है. वे खौफ के साए में जी रहे हैं. अपराधियों में कानून का भय नहीं है। ये बातें लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को इसुआपुर में कहीं. प्रखंड के रामपुर अटौली गांव में विगत 3 अगस्त को दलित युवक पवन कुमार मांझी की हुई हत्या मामले में वे परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि बिहार में आए दिन दलितों की हत्याएं हो रही हैं.
मां-बहनों की अस्मत लूटी जा रही है. वहीं प्रशासन की निष्क्रियता से अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं. इस राज में एससी एसटी जाति के युवा साथियों को टारगेट कर हत्याएं की जा रही हैं. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पवन के 9 नामजद हत्यारों में मात्र तीन की ही गिरफ्तारी हुई है. इस सरकार से न्याय की उम्मीद करना बेमानी है. चिराग ने कहा कि सूबे में शराबबंदी पूर्णतः विफल है.
यहां प्रशासन की मिलीभगत से शराब का अवैध निर्माण हो रहा है. जहरीली शराब पीने से सैकड़ों लोग मर रहे हैं. जिससे नीतीश कुमार को कोई लेना देना नहीं है. कहीं भी पीड़ितों की सुधि लेने नहीं गए. वे केवल अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर मैं सत्ता में होता तो एक भी अपराधी नहीं बचता बल्कि सलाखों के पीछे रहता. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा सुबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
सारण जिला लोजपा के पूर्व अध्यक्ष बिगन मांझी ने पवन के हत्यारों की फांसी की सजा की मांग की. साथ ही कहा कि बिहार में लोकतंत्र की गरिमा का हनन हो रहा है. इस मौके पर पार्टी के प्रदेश महासचिव संजय पासवान, राजेश पासवान, पूर्व विधायक अछूतानंद सिंह, युवा बिहार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर राजकुमार पासवान, दुसाध पासवान रैली के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजू पासवान, सारण जिला अध्यक्ष दीपक सिंह, पार्टी प्रवक्ता जगनंदन सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष बिगन मांझी, मुकेश सिंह, शेख मुस्ताक व अन्य थे.