Chhapra Desk – विकास पुरुष का विकास देखने के लिए सारण ज़िले के मशरक प्रखंड के पूर्वी पंचायत के महादलित टोला बड़ी मुसहर टोली में आ जाएं तो विकास की पोल खुल जाएगी. यह टोला मशरक नगर पंचायत का एक हिस्सा है जहा नगर पंचायत की कोई सुविधाएं अभी तक नही पहुची हैं. यहां के लोग पंचायत या नगर पंचायत में क्या विकास होगा इससे कोसों दूर है. यह टोला विकास से पूरी तरह कटा हुआ है. देश के दूसरे गांवों की तरह यहां भी महादलित, मुख्य विकसित बस्ती से दूर के टोले में अलग-थलग रहते हैं.
महादलितों के इस टोले में अब तक ना तो बिजली पहुंची है और ना हीं नल का पानी. इस गांव में और सामुदायिक शौचालय सहित घरों में बनने वाले शौचालय न के बराबर है और न ही टोले में बाकी सरकारी योजनाओं का कोई लाभ ही दिखता है. मनरेगा से टोले के अंदर सड़क तो नज़र आता है लेकिन मुख्य सड़क तक अभी बना ही नहीं है. हरेंद्र राउत कहते हैं कि यहां शाम के उजाले में खाना खा लिया जाता है.
क्योंकि बिजली टोले में पहुंची हैं पर अधिकांश घरों में नहीं है. यूं तो यस गांव जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर और प्रखंड मुख्यालय से 500 मीटर की दूरी पर एस एच-73 के किनारे अवस्थित है. लेकिन टोले में जाने के लिए किसी भी तरह का सड़क नही है. टोले में जाते ही कई लोग हमें घेर कर खड़े हो जाते हैं जिनमें महिलाएं, युवा और और बच्चे भी हैं.