CHHAPRA DESK- घर पर नॉर्मल डिलीवरी कराने के चक्कर में एक प्रसव पीड़िता की जान जाते-जाते बच गई. नॉर्मल डिलीवरी के चक्कर में उसका बच्चादानी फट गया. जिसके बाद तेज दर्द के साथ उसे छपरा सदर अस्पताल लाया गया. जहां उसकी स्थिति काफी नाजुक थी. अगर उसे रेफर भी किया जाता तो पटना पहुंचते-पहुंचते उसकी मौत हो सकती थी. उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में ड्यूटी पर मौजूद डॉ सीमा सिंह के द्वारा इस घटना की सूचना सिविल सर्जन डॉक्टर सागर लाल सिन्हा को दी गई. जिसके बाद उनके निर्देश पर एनेस्थेटिक चिकित्सक सह सर्जन डॉक्टर विकास कुमार सिंह को अस्पताल बुलाया गया.
वहीं एक टीम का गठन कर डॉक्टर सागर लाल सिन्हा एवं डॉ सीमा सिंह के नेतृत्व में उस प्रसव पीड़िता का ऑपरेशन कर 6 किलो का बच्चा उसके पेट से निकाला गया. सफल ऑपरेशन के बाद उस महिला की जान तो बचा ली गई लेकिन बच्चा को काफी प्रयास के बाद भी बचाया नहीं जा सका. देर शाम तक बच्चे की मौत हो गई. फिलहाल महिला का उपचार छपरा सदर अस्पताल में चल रहा है, जहां उसकी स्थिति खतरे से बाहर है.
उक्त महिला सारण जिले के इसुआपुर थाना क्षेत्र निवासी मिंटू महतो की 25 वर्षीय पत्नी तारा देवी बताइ गई है. हालांकि उसके ऑपरेशन के दौरान परिवार वालों के होश उड़े हुए थे. सफल ऑपरेशन के बाद उसके परिवार वालों ने सिविल सर्जन सहित ऑपरेशन में शामिल टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया. ऑपरेशन टीम मैं महिला चिकित्सक डॉक्टर सीमा सिंह के साथ सिविल सर्जन डॉक्टर सागर लाल सिन्हा, एनेस्थेटिक डॉक्टर विकास कुमार सिंह,ओटी असिस्टेंट प्रमोद कुमार एवं जीएनएम शामिल रहे.