CHHAPRA DESK – सारण में तपती गर्मी के कारण पारा चढ़ने लगा है. ऐसी स्थिति में छपरा सदर अस्पताल में पेयजल संकट गहराने लगा है. बता दें कि मिशन 60 डेज अभियान के तहत सदर अस्पताल के ढांचागत सुविधाओं में व्यापक परिवर्तन किया गया, लेकिन पेयजल की समस्या आज भी बरकरार है. जबकि मिशन 60 डेज अभियान के तहत मरीजों एवं उनके परिजनों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इमरजेंसी वार्ड परिशर एवं ओपीडी वार्ड में भी दो-दो ऑरो मशीन लगाया गया.
लेकिन, मशीन इंस्टॉल किए जाने के कुछ रोज बाद से ही खराब हो गया और आज महीनों बीतने के बाद भी दोनों ऑरो मशीन बंद पड़ा हुआ है. वहीं अस्पताल परिसर स्थित कई चापाकल भी बंद पड़े हुए हैं तीन-तीन चापाकल में मोटर पंप लगाकर अस्पताल के विभिन्न वार्डों में वाटर सप्लाई की जाती है, लेकिन मरीजों के लिए एक भी नलका बाहर नहीं लगाया गया है.
ऐसे कितने मरीज और उसके परिजन गर्मी से बेहाल होकर ऑरो मशीन की तरफ दौड़ते हैं, लेकिन ऑरो मशीन का नलका बार-बार दबाने और खोलने के बाद भी पानी नहीं निकलता है तो वह निराश होकर लौटते हैं और या तो चापाकल से पानी लेते हैं या फिर शुद्ध पेयजल के लिए वाटर बोतल खरीद कर पीते हैं.
क्या कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
इस विषय पर पूछे जाने पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एसडी सिंह ने बताया कि ऑरो मशीन खराब होने से मरीजों एवं उनके परिजनों को परेशानी तो हो रही है लेकिन उससे अधिक पावर का ऑरो मशीन लगाने के लिए विभाग को लिखा गया है क्योंकि यह ऑरो मशीन बार-बार खराब हो जा रहा है. मार्च क्लोजिंग का महीना चल रहा है अप्रैल के फर्स्ट वीक में दूसरा आरो मशीन लग जाएगा.