CHHAPRA DESK – छपरा सदर अस्पताल स्थित पारा मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन दूसरे दिन भी लगातार जारी रहा. प्रारंभ में उनके द्वारा 1 घंटे तक ओपीडी सेवा बाधित की गई. जिसके बाद उनके द्वारा पारामेडिकल कॉलेज में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया गया. उक्त दौरान पारा मेडिकल के सभी छात्र-छात्राओं ने अस्पताल कैंपस में जुलूस निकालकर स्वास्थ्य मंत्री, शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने बताया कि अगर सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं करती है तो उनके द्वारा हड़ताल के तीसरे दिन स्वास्थ्य मंत्री का पुतला सदर अस्पताल कैंपस में फूंका जाएगा. बता दें कि प्रदर्शन के पहले दिन उनके द्वारा ओपीडी सेवा बाधित कर जमकर प्रदर्शन किया गया था. जिसके कारण ओपीडी सेवा बाधित हो गई और हो हंगामे के बीच दर्जनों मरीजों को वापस लौटना पड़ा था. वहीं उनके द्वारा सूबे के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई थी.
पारा मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन के दौरान बताया कि उनके द्वारा छपरा सदर अस्पताल स्थित पारा मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2021-24 सेशन में नामांकन लिया गया है. 2 वर्ष देखते-देखते निकल गए लेकिन कॉलेज में एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई और तो और अभी तक उनका ना तो कोई एग्जाम हुआ है ना ही किसी विषय पर प्रैक्टिकल कराया गया है. उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन के प्रयास से कुछ चिकित्सकों के द्वारा उनका थ्योरी क्लास हो पाता है लेकिन इस पढ़ाई से वे कैसे पास करेंगे और कैसे कार्य करेंगे. उनका भविष्य खतरे में नजर आ रहा है.
120 छात्र-छात्राओं का है नामांकन
छपरा पारा मेडिकल कॉलेज 4 संख्याओं के लिए कुल 120 छात्र-छात्राओं का नामांकन है. जिसमें फिजियोथेरेपी, ड्रेसर, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, प्रोस्थेटिक एंड ऑर्थेटिक्स शामिल है. अभी तक सभी विषयों के लिए ना तो किसी शिक्षक की नियुक्ति की गई है और ना ही उनके प्रैक्टिकल की व्यवस्था की गई है. जिससे उन छात्रों का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है.