पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी अधिकारी ; डिप्टी एसपी बनकर पुलिस को भी था धमकाता

पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी अधिकारी ; डिप्टी एसपी बनकर पुलिस को भी था धमकाता

MIRJAPUR DESK –  मिर्जापुर में नकली आईएएस-आईपीएस बनकर अधिकारियों को फोन पर काम कराने के लिए धमकाना एक जालसाज को महंगा पड़ गया. शहर कोतवाली पुलिस ने आरोपी को मोबाइल समेत धर दबोचा. पकड़ा गया शख्स आलोक तिवारी जनपद बाराबंकी के आवास विकास कॉलोनी का रहनेवाला है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने खुद को फर्जी अधिकारी होने की बात कबूली है. आलोक तिवारी घर वालों को भी बिहार में डिप्टी एसपी पद पर तैनात बताता था. घर पर उसने डिप्टी एसपी होने का नेम प्लेट भी लगा रखा है. बरामद मोबाइल में खुद को अधिकारी बताकर बात करने के रिकॉर्ड भी मिले हैं.

आईएएस-आईपीएस का धौंस दिखाकर अधिकारियों को धमकी पड़ी भारी

अधिकारी के रूप में चौकी इंचार्ज से आवभगत कराने का आरोपी ने रील बनाकर सोशल मीडिया पर डाल रखा है. उन्होंने बताया कि आईएएस-आईपीएस बताकर आरोपी कई जनपदों में विभागीय काम करा चुका है. संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति आईएएस, आईपीएस, डिप्टी एसपी का रौब झाड़कर अधिकारियों को फोन पर अनावश्यक काम कराने का दबाव बना रहा है. सूचना पर सक्रिय हुई एसओजी और कोतवाली नगर की टीमों को लगाया गया.

अन्य जिलों में भी धोखाधड़ी की जांच कराने की तैयारी कर रही है पुलिस

सीओ सिटी के नेतृत्व में बाराबंकी निवासी आलोक तिवारी को गिरफ्तार किया गया है. शातिर आरोपी फर्जी आईएस, आईपीएस बनकर सभी विभागों के लोगों को फोन करता है. किसी की गिरफ्तारी से रोकता है, रेवेन्यू विभाग में जमीन के पट्टे करवाता है और अन्य विभागों के लोगों को फोन कर काम का दबाव डालता है. उन्होंने कहा कि अन्य जिलों में धोखाधड़ी मामले की जांच कराई जा रही है. मामला सामने आने पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. आरोपी के साथ धोखाधड़ी में शामिल लोगों का पता लगाया जा रहा है. पता चलने पर उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी.

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