GOPALGANJ DESK – गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी पाने की चाहत में चार शिक्षक अभ्यर्थी फंस गए हैं. इस मामले में जिला प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी भी तय है. स्थानीय थाने में चारों शिक्षक अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकी कराई गई है.
मामले का खुलासा होने के बाद से शिक्षा महकमे में हड़कंप मच गया है. बताया जाता है कि शिक्षक बहाली के लिए आवेदन करने के साथ कई अभ्यर्थियों ने फर्जी शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्र जमाकर नौकरी पाने की ख्वाइस पाल रखी थी। जांच में जिनका प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया. उनके खिलाफ डीएम ने प्राथमिकी कराने का निर्देश दिया था.
डीपीओ ने प्राथमिकी दर्ज करने का दिया निर्देश
इसके आलोक में डीपीओ, स्थापना ने संबंधित नियोजन इकाइयों और कर्मियों को दोषी शिक्षक अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकी कराने का निर्देश दिया. इस आदेश के बाद बैकुंठपुर थाने में तीन अलग-अलग प्राथमिकी की गई है. पहली प्राथमिकी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी अनवार अहमद ने कराई है.
इन अभ्यर्थियों में केस दर्ज
इस मामले में कुमारी कृति सिंह और अमित कुमार को नामजद किया गया है. दोनों शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र जांच के दौरान फर्जी पाए जाने की पुष्टि विभागीय स्तर से की गई है. दूसरी प्राथमिकी खैरा आजम के पंचायत सचिव ने कराई है. इसमें नीतू कुमारी को नामजद किया गया है. आरोप है कि नीतू कुमारी का प्रमाण पत्र जांच के दौरान गलत पाया गया है. तीसरी प्राथमिकी कतालपुर पंचायत के सचिव गौतम प्रभाकर ने उमेश कुमार राम के खिलाफ कराई है.
क्या बोले अधिकारी
अधिकारियों ने बताया कि पूर्व में उक्त अभ्यर्थियों की ओर से शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में आवेदन दिया गया था. आवेदन के साथ जो प्रमाण पत्र संलग्न किये गए थे, उसकी विभागीय स्तर से जांच कराई गई. जांचो के बाद फर्जीवाड़ा का मामला पाए जाने के बाद कार्रवाई की गई है.