CHHAPRA DESK- बालू माफियाओं पर जिला प्रशासन की सख्ती व जुर्माने की कारवाई का असर उनपर बेअसर साबित हो रहा है. बालू की ओवरलोडिंग, अवैध परिवहन करने वाले ट्रक चालको के बीच पुलिस व प्रशासन का कोई खौफ नहीं है. जिसके कारण छपरा-पटना मुख्य मार्ग भयंकर जाम की चपेट आ गया है. स्थानीय लोगों की माने तो हाल के दिनों मे हुई जिला प्रशासन की कार्रवाई के बाद दो-चार दिनो के लिए लोगो को थोड़ी राहत जरूर मिली थी, जिसे लेकर लोगो को यह भरोसा भी हो चला था कि इस रूट पर अब जाम के हालात उत्पन्न नही होंगे.
किन्तु लोगो के इस भरोसे पर एकबार फिर से पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है.
मंगलवार की सुबह से लेकर रात तक छपरा-पटना मुख्य मार्ग पर भिखारी चौक से डोरीगंज के बीच बालू लदे ट्रकों के कारण महाजाम का नजारा देखा गया.
इस दौरान डोरीगंज से भिखारी चौक के बीच कहीं दो-दो तो कहीं तीन -तीन लेनो मे बालू लदे ट्रको की लम्बी कतारे लगी रही.
इस दौरान भीषण जाम के नजारों के बीच साईकिल व मोटरसाइकिल सवार जान जोखिम में डाल ट्रकों के बीच से होकर सरकते नजर आए. जाम का आलम ऐसा कि जाम के भयंकर हालात को देखते हुए कई स्कूली वाहनों से बच्चों को उतार अभिभावक बाईक से घर ले जाते हुए दिखाई पड़े. उस दौरान निर्माणाधीन विष्णुपुरा आरओबी फ्लाईओवर तथा शेरपुर घेघटा गाँव के समीप लोग घंटों चक्का जाम से जूझते नजर आए. वही आरा से छपरा यात्री बसो में सवार यात्रियों के साथ बच्चों की हालत बेहद खस्ताहाल दिखी. गणतव्य तक पहुंचने की कोशिश में यात्री परेशान दिखे. इसके लिए यात्रियों ने पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया यात्रियों का कहना था कि यदि पुलिस प्रशासन इसके लिए अलर्ट होती तो ऐसा हाल नहीं होता.
वही कुछ ट्रक चालकों ने बताया कि पुलिस वाले ट्रको को जहां जहां रोक अवैध वसूली करते हैं, जिसके कारण आए दिन रोज घंटो जाम का सामना करना पड़ता है. बावजूद इस ओर प्रशासन कोई ध्यान नही दे रहा है.