बैंक ऑफ इंडिया छपरा में ई गैलरी के माध्यम से अपने ग्राहकों को 24 घंटे उपलब्ध कराएगा बैंकिंग सुविधा : सुनील

Chhapra Desk – छपरा शहर में बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा ई गैलरी के माध्यम से अपने ग्राहकों को 24 घंटे बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. उक्त बातें फेडरेशन ऑफ बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड सुनील कुमार ने ई गैलरी के उद्घाटन के उपरांत प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही. ई गैलरी का विधिवत उद्घाटन फेडरेशन ऑफ बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड सुनील कुमार एवं सिवान जोन के आंचलिक प्रबंधक देवदत्त के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया. इससे पूर्व आगत सभी अतिथियों का स्वागत फूल माला से किया गया. जिसके बाद शहर के बस स्टैंड के समीप स्थित प्रेस वार्ता स्थल पर सभी पदाधिकारियों का अभिनंदन समारोह पूर्वक किया गया. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव श्री कुमार ने बताया कि बैंक के द्वारा सिवान में अंचल कार्यालय का शुभारंभ किया गया है.

सिवान अंचल कार्यालय के स्थापना से छपरा, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण जिलो में बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहको को बेहतर एवं सुलभ सेवा प्राप्त होगा. इन जिलों के विकाश में बैंक ऑफ इंडिया की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. इसी कड़ी में छपरा शहर में पहला ई-गैलरी सेवा का आज उदघाटन किया गया, जिससे ग्राहकों को एक ही स्थान पर नगद जमा, निकासी, पासबुक प्रिंट कराने की सुविधा उपलब्ध हो सके. उक्त सभा में बैंक ऑफ इंडिया मुजफ्फरपुर अंचल अधिकारी संघ के उप महासचिव कॉमरेड जलज सुब्रत, सिवान जोन के आंचलिक प्रबन्धक देवदत्त, कार्यसमिति के सदस्य अभिजीत कुमार, अभिषेक पराशर, कॉमरेड प्रेमजीत प्रसाद, कॉमरेड विनय कुमार सिंह, कॉमरेड प्रमोद भारती, कॉमरेड हेमंत कुमार, कॉमरेड प्रिय रंजन, कॉमरेड कुमार दुर्गेश आदि उपस्थित रहे. सभा की अध्यक्षता बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कॉमरेड डॉ अच्युतानन्द द्वारा की गयी. उपस्थित एसोसिएशन के सदस्यों का स्वागत कॉमरेड अभिजीत कुमार एवं संचालन कॉमरेड संजीत कुमार रवि के द्वारा किया गया. सभा के अंत मे कॉमरेड अमित कुमार ओझा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया.

बैंक के निजीकरण का किया गया पुरजोर विरोध

बैंक के निजीकरण का विरोध करते हुए फेडरेशन ऑफ बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड सुनील कुमार ने
सरकार की बैंक विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकारी बैंक भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इसके साथ किसी तरह का छेड़छाड़ पूरी अर्थव्यवस्था के लिए घातक सिद्ध होगा. बैंको के निजीकरण से देश की गरीब जनता को बैंक की सुलभ एवं सस्ती सेवा से विमुक्त होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि बैंक बैंकिंग सेवा के साथ ही सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी अपना सहयोग देती रही है. बावजूद इसके बैंक लगातार फायदे में भी चल रही है. ऐसी स्थिति में निजी करण घातक सिद्ध होगा, जिसका वे लोग पुरजोर विरोध करते रहेंगे.

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