CHHAPRA DESK – सारण जिले के गड़खा प्रखंड परिसर में सोमवार के दिन आक्रोशित मुखिया संघ ने वर्षों से अधूरा पड़े मनरेगा भवन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. बताते चलें कि राजीव गांधी सेवा केंद्र के तहत वर्ष 2013-14 में मनरेगा भवन निर्माण के लिए 31 लाख 58 हजार की राशि स्वीकृत की गई थी, लेकिन लापरवाही व भ्रष्टाचार के कारण 9 साल बाद भी भवन नहीं बन सका है. आज भी भवन निर्माण का काम अधूरा पड़ा हुआ है.
इतना ही नहीं निर्माणाधीन भवन खंडहर में तब्दील हो रहा है. नौ साल बीतने को है फिर भी भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया जा सका. प्रदर्शन कर रहे मुखिया संघ अध्यक्ष दिनेश राय ने बताया कि लाखों रुपये प्राप्त होने के बाद भी कई वर्षों से मनरेगा भवन निर्माणाधीन है. अभिकर्ता द्वारा प्राप्त राशि का आहरण किया जा चुका है. अधूरे भवन के प्रत्येक कमरे में गंदगी का अम्बार लगा है.
अधूरा मनरेगा भवन को लेकर विभाग सहित मुखिया ने भी लगातार पदाधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों से शिकायत की है, लेकिन किसी पदाधिकारी तथा जनप्रतिनिधि इसमें रुचि नहीं लिया. जिससे आज भी यह भवन जर्ज़र व अधूरा है।वही मुखिया संघ सचिव संपत राम राही ने कहा कि जनप्रतिनिधि भवन में मनरेगा कार्यालय संचालित होता है जबकि ये भवन समुदायिक भवन के नाम से प्रतिनिधियों के बैठने के लिए बनाया गया है. साथ ही कहा कि प्रखंड में प्रतिनिधियों के बैठने के लिए भवन ही नहीं है.
शीघ्र ही निर्माणाधीन मनरेगा भवन का कार्य पूरा नहीं किया गया तो हमलोग बाध्य होकर सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगें. प्रदर्शन में शामिल मुखिया प्रतिनिधि यशवीर कुमार, धर्मेंद्र राय, अमीन अंसारी, श्यामलाल प्रसाद, सोनू कुमार राय, संतोष कुमार, राजू कुमार, संजय यादव, विकेश कुमार, कृष्ण रंजन सहित अन्य लोग थे. वही इस बाबत मनरेगा डीपीओ राजेश कुमार से पूछे जाने पर कहा कि उस समय प्राप्त राशि से भवन निर्माण पूर्ण नहीं हो सका है शीघ्र ही लंबित कार्यो को जांच कर पूरा करवाया जाएगा.