मासूम लाली ने कहा मां बहुत पीटती है उसके साथ नहीं रहना तो बाल कल्याण समिति की पहल पर पहुंचाया गया विशिष्ट दत्तक ग्रहण केंद्र

मासूम लाली ने कहा मां बहुत पीटती है उसके साथ नहीं रहना तो बाल कल्याण समिति की पहल पर पहुंचाया गया विशिष्ट दत्तक ग्रहण केंद्र

CHHAPRA DESK – मौत के मुंह से बचकर निकलने के बाद लाली अब अपनी मां रेखा देवी के साथ रहने से इंकार कर रही है  इस दौरान बच्ची के घर और परिवार का पता भी चल चुका है. उक्त बच्ची की पहचान कोपा थाना क्षेत्र के पियनो गांव निवासी राजू शर्मा और रेखा देवी की पुत्री के रूप में की गई है. उसके पिता उड़ीसा में प्राइवेट नौकरी करते हैं. जबकि वह अपनी मां रेखा देवी के साथ कभी कोपा तो कभी अपने नौनिहाल बनियापुर थाना क्षेत्र में रहती थी.

3 वर्षीय लाली उर्फ सुहानी कुमारी की खबरें तेजी से फैलने के बाद उसकी मां रेखा देवी उसे लेने के लिए कोपा पहुंची. जहां उसके द्वारा आंगनबाड़ी सेविका के पास रह रही लाली को जबरन अपने घर ले जाया गया. जबकि लाली मां के साथ जाने को तैयार नहीं थी. वहीं इस घटना के बाद उसके द्वारा कोपा थाने में उसकी गुमशुदगी का मामला दर्ज करा दिया गया.

जिसमें उसके द्वारा बताया गया कि वह उसका उपचार कराने के लिए लेकर बनियापुर गई थी. जहां से वह अचानक गायब हो गई थी. जबकि उसके इस बयान से पूर्व बच्ची को ग्रामीणों ने गांव के कब्रिस्तान स्थित गड्ढे से बरामद किया था. यह बात कोपा थाना को भी पता थी, फिर भी ऐसा बयान दर्ज किया जाना भी कहीं ना कहीं संदेह के दायरे में आ रहा है.

वह इस मामले पर संज्ञान लेते हुए बाल कल्याण समिति के द्वारा जब कोपा थाने से बच्ची की बरामदगी की बात कही गई तो बाल कल्याण समिति के काफी मशक्कत के बाद उनके द्वारा उस बच्ची को बाल कल्याण समिति के समक्ष सुपुर्द किया गया. जहां बच्ची मां के साथ रहने को तैयार नहीं हुई तो उसे बाल कल्याण समिति की पहल पर एडॉप्शन सेंटर (विशिष्ट दत्तक ग्रहण केंद्र) को सौंप दिया गया है.

लाली ने कहा मां के साथ नहीं पिता के साथ चाहती है रहना

एक दिन मां के साथ रहने के बाद लाली मां की बजाए अब सिर्फ नानी को घटना के लिए जिम्मेवार ठहरा रही है. बावजूद इसके वह अपनी मां के साथ रहना नहीं चाहती है. उसका कहना है कि वह अपने पिता के पास उड़ीसा जाना चाहती है जिसको लेकर उसे दत्तक ग्रहण केंद्र में रखा गया है.

 

क्या है मामला

छपरा जिले के कोपा थाना क्षेत्र के मरहा नदी के किनारे कब्रिस्तान से बीते रविवार की शाम लाली के सिसकने की आवाज के बाद गड्ढे से उसे ग्रामीणों के द्वारा निकाला गया था. जिसके बाद उसका उपचार कराया गया तो उसके द्वारा बताया गया था कि उसकी मां और नानी के द्वारा उसका गला दबाकर उसे गड्ढे में गाड़ दिया गया था.

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