CHHAPRA DESK – छपरा सदर अस्पताल में भर्ती एक शराबी कैदी की मौत सोमवार की सुबह उपचार के क्रम में हो गई. उसके मौत की सूचना के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे और पुलिस पर पीट कर हत्या का आरोप लगाया. मृत युवक गड़खा थाना क्षेत्र के पीठा घाट निवासी वीरा मांझी का पुत्र सिकंदर मांझी बताया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 25 अगस्त को उसके पिता की शिकायत पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. उस दौरान उसके पास से कुछ शराब भी जब्त किया गया था.
जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मंडल कारा भेजा था. जहां उसकी स्थिति अच्छी नहीं पाई गई और उसे उपचार के लिए छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उपचार के क्रम में 29 अगस्त की सुबह उसकी मौत हो गई. इस दौरान उसके पिता और परिजन छपरा सदर अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके बेटे की पुलिस की पिटाई से मौत हुई है. क्योंकि उसके पैर और पीठ पर जख्म के निशान हैं.
अपने पुत्र के शव को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि उसके पैर से खून भी बहा है, जबकि वह अपने बेटे की प्रतिदिन शराब पीने की आदतों से तंग आकर पुलिस को सूचना देकर उसे गिरफ्तार करवाया था. जिससे कि जेल में जाने के बाद उसकी यह आदत छूट जाए.लेकिन उसे क्या पता था कि बेटे को जेल भिजवाना उसकी मौत का कारण बन जाएगा. इस मामले में जेल अधीक्षक राधेश्याम सुमन ने बताया कि उन्हें इस मामले में विशेष जानकारी नहीं है. गड़खा थाना पुलिस के द्वारा उसे गिरफ्तार कर मंडल द्वारा भेजा गया था, जहां मंडल कारा के गेट पर ही जांच के उपरांत उसकी स्थिति गड़बड़ पाई गई थी.
जिसके बाद उनके द्वारा उसे सीधे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान मौत हुई है. वही इस घटना के बाद जिला प्रशासन के द्वारा मेडिकल बोर्ड का गठन कर मजिस्ट्रेट चांदनी सुमन की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम कराए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है. हालांकि समाचार प्रेषण तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी थी.