CHHAPRA DESK – सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमाइगढ़ से डुमरी के बीच शराब भट्टी की चिंगारी से लगी भीषण आग लगी में ₹5 करोड़ की क्षति किसानों को हुई है. इस हुए भीषण अग्निकाण्ड में जहां एक हजार एकड़ में लगी गेंहू एव़ अरहर की फसल जलकर खाक हो गई. वहीं दूसरी तरफ बालू की रेत पर सैकड़ों एकड़ में लगी परवल तथा ककड़ी, खीरा एवम तरबूज की फसल झुलस कर बर्बाद हो गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार को हुए अग्निकांड में लगभग पांच करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है.
ग्रामीणों के मुताबिक सोमवार को सारण जिले के डुमाइगढ़ तथा बलिया जनपद के गोपाल नगर गांव के बीच दियारे में खड़ी फसल में आग लगी और देखते ही देखते सरयू नदी के बीच के दियारे में लगभग तीन किमी की दूरी तक आग फैल गई. जिससे खेतो में खड़ी तथा सुखी फसल धू-धू कर जलने लगी. इसी बीच पछिया हवा के झोंके से आग की लपटें पूरब की ओर बढ़ गई तथा लगभग पांच किमी पूरब स्थित डुमरी के दियारे तक कि फसल जलकर राख हो गई. आगलगी की इस घटना में कई किसानों के काटकर रखे गए गेंहू व अरहर आदि के हजारों बोझे जल गए.
यही नही दंवनी करके नाव से घर लाये जाने के उद्देश्य से रखे गए सैकड़ों बोरा अनाज भी अग्निकांड की भेंट चढ़ गया. आग लगने की सूचना स्थानीय भाजपा नेता शिवाजी सिंह तथा पूर्व मुखिया संजीत कुमार साह आदि ने मांझी पुलिस तथा सीओ एवं जिला प्रशासन को दी. सूचना पाकर स्थानीय प्रशासन ने तत्काल वहां अग्निशमन वाहन तो भेज दिया लेकिन नदी में पानी रहने के कारण दमकल गाड़ी नदी के किनारे ही खड़ा रह गया. हालांकि आगलगी के दौरान सैकड़ों किसान दियारे में बोरिंग चलाकर तथा लाठी डंडे से आग बुझाने का भरपूर प्रयास किये लेकिन आग पर काबू नही पाया जा सका.
नदी उसपार लगी आग से डुमरी से डुमाइगढ़ तक आसमान में धुंए का गुबार भर गया तथा नदी किनारे बसे डुमरी, घोरहट, ग़ैरतपुर, सलेमपुर, गरया टोला तथा डुमाइगढ़ के ग्रामीण गांव में आग की चिंगारी की आशंका से भयभीत होकर नदी किनारे बने बांध पर निगरानी करते रहे. ही सोशल मीडिया के सहारे स्थानीय युवक लोगों को दिनभर जागरूक करते रहे. बड़े पैमाने पर लगी आग के मद्देनजर मांझी के सीओ धनंजय कुमार तथा थानाध्यक्ष अशोक कुमार दास कर्मचारियों एवं पुलिस बल के साथ लगातार कैम्प किये हुए थे.
आगलगी के दौरान पानी डालने के अलावा किसान अपनी फसलों में ट्रैक्टर चलाकर आग को आगे बढ़ने से रोकने का भी प्रयास कर रहे थे. सैकड़ों महिला पुरुष नदी के किनारे बैठकर आग से हो रही क्षति को रोकने के लिए ईश्वर से गुहार लगा रहे थे. हालांकि आग लगने के कारणों का पता लगाने के उद्देश्य से जब ग्रामीणों से बात की गई तो पता चला कि यूपी बिहार की सीमा पर स्थित दियारे में दर्जनों अवैध देसी शराब भट्ठियां संचालित की जा रही हैं. जिसमें दोनों प्रदेशों के सैकड़ों युवक संलिप्त है. आग लगने की आशंका के मद्देनजर किसानों ने पहले ही तस्करों को फटकारा था.
बावजूद इसके तस्कर अपनी जिद पर अड़े हुए थे. उसका नतीजा यह हुआ कि इतने बड़े पैमाने पर किसानों की क्षति हुई है. किसानों की शिकायत के जबाब में सीओ धनञ्जय कुमार ने तस्करों के खिलाफ दोनों प्रदेश की पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने किसानों की हुई क्षति का आकलन कर मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया.