शहादत दिवस विशेष : शहीद होने तक जयमंगल महतो ने धनुष बाण से हमला कर नहीं करने दिया था अंग्रेजों को गांव की नदी को पार ; मारे गए सात गोरे सिपाहियों की खोज में निकले थे अंग्रेज

शहादत दिवस विशेष : शहीद होने तक जयमंगल महतो ने धनुष बाण से हमला कर नहीं करने दिया था अंग्रेजों को गांव की नदी को पार ; मारे गए सात गोरे सिपाहियों की खोज में निकले थे अंग्रेज

CHHAPRA DESK – गोरे सिपाहियों के मारे जाने पर अंग्रेज आक्रोशित हो गये और अपने सैनिकों की खोज में सारण के अमनौर गांव की घेराबंदी कर गांव में प्रवेश के लिए महि नदी पुल पार करने की कोशिश करने लगे, तभी जयमंगल महतो ने धनुष बाण से अंग्रेजों पर हमला कर उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन अंग्रेजो की गोली से देश के लिए अंततः कुर्बानी दे दी.

घटना 20 अगस्त 1941 की है। जब अंग्रेज सिपाही अपने सात साथी की हत्या से अक्रामक हो वहां सैनिको समूह उतारा और अमनौर गांव को घेरने की कोशिश कर रहे थे. तभी गांव वालों ने मही नदी के पुल को तोड़ डाला था. जिसके पश्चात भी अंग्रेज नदी के पार आना चाह रहे थे. जैसे ही यह खबर जय मंगल महतो के कानों में पड़ी वह अकेले ही तीर और कमान लेकर अंग्रेजो से लोहा लेने निकल पड़ा. कई अंग्रेज उनके तीर से घायल हो गए लेकिन अंत में अंग्रेजो के गोली से भारत भूमि की रक्षा के लिए शहीद हो गए.

उस समय तत्कालीन मंत्री दरोगा प्रसाद ने कहा था कि राम जीवन सिंह व अमनौर के जय मंगल महतो की शहादत से उपजे जनाक्रोश की गूंज लन्दन की संसद तक गुंजी थी. उस समय प्रधानमंत्री चर्चिल ने कहा था कि मढ़ौरा में जिस सिपाहियों को मारकर उनकी लाशें तक खपा दी गई, उस मढ़ौरा में मशीन गन लगाकर 19 किमी की रेडियन्स को मानव विहीन बना दिया जाए। ऐसा कहा जाता है कि मढ़ौरा मार्टन फैक्ट्री के छत पर मशीनगन लगी थी जो नाचते हुए गोलिया बरसाया करती थी.

शहादत पर याद किए गए जय मंगल महतो

अमनौर प्रखंड स्थित सुप्रशिद्ध स्थानीय वैष्णव माता गुफा मंदिर के परिसर में शहीद जयमंगल महतो के 81वां शहादत दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय ने किया. आगत अतिथियो ने शहीद जय मंगल महतो के तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया. वहीं सभी ने भारत माता की जय, बीर सपूत जय मंगल महतो अमर रहे का नारा लगाया. कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप में बीडीओ मंजूल मनोहर मधुप उपस्थित हुए. उन्होंने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि वीरो की शहादत से ही देश को आजादी मिली. शहीद जयमंगल महतो को भुलाया नही जा सकता. इस मौके पर पूर्व मुखिया बिजय कुमार बिद्यार्थी, राजद प्रखण्ड अध्यक्ष विकाश कुमार महतो, सरपंच रणधीर कुमार, देवेंद्र शर्मा, नवीन पूरी, पिन्टू तिवारी, बीडीसी प्रतिनिधि, राज कुमार कुशवाहा, दीपक राज, लोहा सिंह, अभिषेक कुमार सिंह, नीरज कुमार, पिन्टू कुमार, बीडीसी मुन्ना चौहान, शिक्षक शशिकांत समेत सैकड़ो लोग मौजूद थे.

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