CHHAPRA DESK – कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है. जिले में छिड़काव अभियान की शुरुआत की गयी. छिड़काव सभी प्रखंडों के कालाजार आक्रांत चिह्नित गांवों में सघन रूप से किया जायेगा. प्रखंड स्तर पर छिड़काव के लिए माइक्रो एक्शन प्लान तैयार किया गया है. सिंथेटिक पायराथायराइड का घोल प्रति 7.5 लीटर पानी में 125 ग्राम सिंथेटिक पायराथायराइड पाउडर मिलाकर तैयार किया जायेगा. आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा छिड़काव के दो दिन पूर्व सूचना दी जायेगी. उसके लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में आशा कार्यकर्ता को 200 रुपये अश्विन पोर्टल के माध्यम से भुगतान किया जायेगा.
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि छिड़काव कार्य योजना के अनुसार सभी कालाजार प्रभावित ग्रामों के सभी घरों, गौशालाओं में छिड़काव कराया जाना है. गुणवत्तापूर्ण छिड़काव की दृष्टि से पर्यवेक्षण अत्यंत आवश्यक है. प्रखंड स्तर पर विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा पर्यवेक्षण सुनिश्चित किया जायेगा. पीएचसी के प्रभारी, आयुष चिकित्सक एवं अन्य कर्मचारी के बीच आक्रांत गांव को आंवटित कर अपनी उपस्थिति में पर्यवेक्षण कराएंगे./जिला स्तर से सिविल सर्जन एसीएमओ, जिला वेक्टर जनित रोग रोग सलाहकार एवं अन्य पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण किया जायेगा.
डीएमओ डॉ दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि प्रत्येक दिन कार्य समाप्ति के बाद दिन भर के छिड़काव कार्य की मानक के अनुरूप समीक्षा की जायेगी एवं आवश्यक सुधार के लिए निर्देश दिया जायेगा. पैची छिड़काव एवं ओवरलैपिंग पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी. प्रत्येक दल के दल नायक छिड़काव पंजी का संधारण करेंगे. जिसमें घर-घर छिड़काव की सूचना संधारित की जायेगी. साथ ही साथ पंचायत के सदस्य व मुखिया या वार्ड से छिड़काव के बाद प्रमाण पत्र भी प्राप्त करेंगे.