सारण जिले में 27 फरवरी से चलेगा पल्स पोलियो अभियान ; घर-घर जाकर बच्चों को पिलायी जायेगी दो बूंद जिन्दगी की

Chhapra Desk – सारण जिले में 27 फरवरी से पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का आगाज किया जायेगा. इस दौरान घर-घर जाकर 0 से 5 तक बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी जायेगी. गौरतलब है कि पोलियो छोटे उम्र के बच्चों में विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है. पोलियो ऐसी बीमारी है जो हड्डियों को कमजोर कर बच्चों को अपंग भी बना सकती है. पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो संक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है. पोलियो का कोई इलाज नहीं है. टीका की मदद से ही इसकी रोकथाम संभव है. ओरल दवा पिला कर भी बच्चों को पोलियो के खतरों से बचाया जा सकता है. इसलिये सरकार द्वारा निश्चित समयांतराल पर बच्चों को पोलियो की दो बूंद दवा पिलाने के लिये विशेष अभियान का संचालन किया जाता है. इसे लेकर जिले में 27 फरवरी से पांच दिवसीय विशेष अभियान संचालित किया जायेगा. इसको लेकर माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है. पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान कोविड संक्रमण से बचाव का पूरा ध्यान रखा जाएगा. कर्मियों द्वारा दवा पिलाने के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. स्वास्थ्य कर्मियों को पूरी तरह से मास्क व ग्लब्स का उपयोग करने के लिए निर्देशित किया गया है.

टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों का होगा सर्वे

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ चंदेश्वर सिंह ने बताया कि पोलियो अभियान के दौरान टीकाकरण अभियान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को पूर्व की भांति लगाया गया है. अपने अपने पोषक क्षेत्र में घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाने के पश्चात घर के मुखिया का नाम , 12 वर्ष से ऊपर वाले कुल लाभार्थी की संख्या , प्रथम डोज एवं दूसरे डोज लेने वाले सहित अन्य जानकारियां निर्धारित फार्मेट में भरकर विभाग को उपलब्ध कराएंगी. इसके साथ हीं टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों की पहचान की जायेगी. अपील करते हुए कहा कि अपने-अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र स्थलों पर जाकर अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए टीकाकरण आवश्यक कराएं। कोरोना वायरस संक्रमण जैसी महामारी को जड़ से मिटाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग व तत्पर है. इसके लिए अनिवार्य रूप से कोविड-19 का टीका अपने घरों में 15 से 17 आयुवर्ष के युवाओं को जरूर टीकाकृत कराएं.

बस व रेलवे स्टेशन पर टीकाकर्मी रहेंगे तैनात

अभियान के दौरान पांच साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य है. कोई बच्चा इससे वंचित नहीं रहे इसके लिये जरूरी तैयारियां की गयी हैं. अधिक से अधिक बच्चों को इस अभियान से जोड़ने के लिये शहर व गांव के व्यस्त चौक-चौराहे, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित भीड़-भाड़ वाले अन्य जगहों पर टीकाकरण दल की प्रतिनियुक्ति की गयी है. जो बाहर से आने-जाने वाले बच्चों को दवा पिलाने का काम करेंगे.

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