सारण : जेसीबी से कार्य कराने पर उपमुखिया सहित मजदूरों ने प्रखंड मनरेगा कार्यालय पर किया विरोध प्रदर्शन

CHHAPRA DESK – सारण जिले के गड़खा प्रखंड के कोठियां पंचायत में मनरेगा के तहत होने वाले कार्य मजदूरों के बजाय जेसीबी मशीन से कराए जाने के कारण काम नहीं मिलने से नाराज उपमुखिया व वार्ड सदस्य सहित दर्जनों मजदूरों ने मंगलवार को मनरेगा कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप था कि मनरेगा के तहत जो भी काम हो रहा है उसमें मशीन का उपयोग हो रहा है. उपमुखिया मुनिल कुमार सिंह, श्रीनिवास सिंह, जनार्दन प्रसाद यादव, अमरनाथ राम, अजीत राम, चंदन कुमार साह, बाल्मिकी साह, पप्पू कुमार, प्रमोद कुमार, चितरंजन कुमार आदि ने बताया कि मुखिया द्वारा पहले कहा गया था की आपलोगों को काम दिया जाएगा।लेकिन यहां मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. मजदूरों से काम कराने के बदलें जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर का प्रयोग किया जा रहा है. जानकारी हो कि मनरेगा कार्य में सरकार का दिशा निर्देश है कि निर्माण कार्य सिर्फ मजदूरों से कराना है,परंतु यहां ग्राम प्राण राय के टोला डाबर बांध के समीप सड़क निर्माण कार्य में मजदूर नहीं लगाकर जेसीबी मशीन लगाकर काम पूरा किया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि एक ओर जहां पूरा देश कोरोना जैसी भीषण महामारी से जूझा है. जिस कारण श्रमिकों का रोजगार खत्म हो गया है. सबसे ज्यादा परेशानी उनलोगो की है,जो दूसरे राज्यों में जाकर दिहाड़ी मजदूरी का काम किया करते थे,जो वर्तमान में अपने घर पर आकर बेरोजगार बैठे हुए हैं. इनकी बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकार की ओर से मनरेगा योजना की शुरुआत की गई है. जिससे दिहाड़ी मजदूरों के पलायन को रोका जा सके।जिससे उनके परिवार का भरण पोषण हो सके. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस कोरोना महामारी में सरकार द्वारा मजदूरों को काम देने के लिए मनरेगा योजना की शुरुआत की गई किंतु योजना के पीआरएस तथा मुखिया की मिलीभगत से जेसीबी के माध्यम से सड़क निर्माण कार्य पूरा किया जा रहा है. जिससे मजदूर बेकार साबित हो रहे है. अब उनके परिवार का भरण पोषण कर पाना मील का पत्थर साबित हो रहा है. वही इस मामले में मनरेगा योजना के पीओ बिनोद कुमार सिंह ने बताया कि कार्य स्थल की जांच होगी तथा दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी.

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